Wednesday 2 November 2022

कई प्रकार के संदेह पैदा हो रहे हैं

                       विश्वविद्यालय शिक्षकों की बहाली में पारदर्शिता की गारंटी करे सरकार


पटना. भाकपा- माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि विश्वविद्यालय शिक्षकों की हो रही बहाली में बिहार सरकार को पारदर्शिता की गारंटी करनी चाहिए. हिंदी विषय के लिए साक्षात्कार की प्रकाशित सूची को लेकर अभ्यर्थियों में गहरा आक्रोश है क्योंकि किस अभ्यर्थी को कितना अंक प्राप्त हुआ यह सूचना सार्वजनिक नहीं की गई है. इसके कारण कई प्रकार के संदेह पैदा हो रहे हैं.

जिस तरह अतिथि शिक्षकों की बहाली में पारदर्शिता अपनाई गई, स्थायी बहाली में भी सरकार और आयोग पारदर्शिता की गारंटी करे और सभी अभ्यर्थियों के प्राप्तांक को सार्वजनिक करे. जिन अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए नहीं बुलाया जा रहा है उसके कारणों को स्पष्ट करे. अभ्यर्थी शिक्षण अनुभव और पब्लिकेशन को लेकर गंभीर सवाल उठा रहे हैं. इसका निदान होना चाहिए.हमारी मांग है कि तब तक इस इंटरव्यू को स्थगित किया जाना चाहिए.

           दयानंद द्विवेदी का कहना है कि विश्वविद्यालय के किस किस भ्रष्टाचार को रोकेगी सरकार ? बगहा में एक बीबीएन कॉलेज है. विश्वविद्यालय ने पुरानी गर्वनिंग बॉडी से चुप चोरी बाहरी आदमी को लेकर गवर्निंग बॉडी बना दी . पुरानी गवर्निंग  बॉडी   ने हाईकोर्ट में रिट दायर किया. हाईकोर्ट ने विश्वविद्यालय के गवर्निंग बॉडी फंक्शन को स्टे कर दिया. इसपर विश्वविद्यालय की गवर्निंग  बॉडी  ने कॉलेज की गवर्निंग बॉडी के फंक्शन को भी स्टे करने की मांग की तो स्टे मिल गया और डीएम पं० चम्पारण कॉलेज के प्रबंधक हो गये .

डीएम ने पुरानी गवर्निंग  बॉडी  सेक्रेटरी से , स्टाफ , बैंक एकाउंट सहित  कॉलेज   प्रबंधन का प्रभार स्वंय ले लिया. पुरानी गवर्निंग  बॉडी  का रिट एलाऊ हो गया. पर डीएम ने  कॉलेज   पुरानी गवर्निंग बाँडी को वापस नहीं किया.

डीएम के प्रबंधन काल में विश्वविद्यालय द्वारा डीएम की गैर जानकारी में फिर वही गवर्निंग  बॉडी   गठित कर दी. जिसका न  कॉलेज   में कोई लेक्चरर था न स्टाफ. जो थे उसे डीएम को पुरानी गवर्निंग  बॉडी   ने प्रभार में सौंप दिये थे.

विश्वविद्यालय की जालसाज गवर्निंग बाँडी आई और डीएम के काँलेज का ताला तोड़कर फर्जी स्टाफ के साथ काँलेज मे घुस गई. डीएम से काँलेज के प्रबंधन का प्रभार वापस भी नही लिया.डीएम के स्टाफ सड़क पर आ गये और जालसाज काँलेज मे घुस गये और घुसे हुए हैं.काँलेज वित्त सहित हो चुका है । सरकारी पैसा विश्वविद्यालय और उसकी जालसाज गवर्निंग  बॉडी   खा रही है तो मुख्यमंत्री क्या करेंगे.

आलोक कुमार

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