Sunday 21 September 2014

अपनी लाडली बेटी की खोज में परेशान पिता


27 दिनों के बाद भी 5 वर्षीय अंजलि कुमारी मिली नहीं

पटना। मां और बेटी काफी खुश थे। आखिर खुशी क्यों हो? मां जीतनी देवी अपनी माता से बेटी अंजलि नानी से मिलने जा रही थीं। 25 अगस्त को मां-बेटी बिहटा जंक्शन से 8 बजे ट्रेन पर चढ़कर पटना जंक्शन पर उतर गयी। दोनों जोलीमूड में रहें। महज 2 घंटे की प्रशंसन्नता के बाद वातावरण गमगीन हो गया। किसी फिल्मी स्टोरी की तरह पटना जंक्शन पर मां और बेटी बिछड़ गए। इस बिछड़न से अवश्य ही मां और बेटी विलाप करने को मजबूर हो गए। जो 27 दिनों से जारी है।

हुआ यह कि पटना जिले के बिहटा प्रखंड के राद्योपुर पंचायत में स्थित बिहटा बंगला मुसहरी में रहने वाले समन मांझी की लाडली बेटी अंजलि कुमारी बिछड़ गयी हैं। समन मांझी और जीतनी देवी के तीन बच्चियां हैं। परेशान और हलकान पिता समन मांझी कहते हैं कि उनकी पत्नी जीतनी देवी मैयके जा रही थीं। अपने साथ बेटी अंजलि कुमारी को भी साथ ले ली। 25 अगस्त को बंगला मुसहरी स्थित घर से निकली। वह बिहटा जंक्शन जाकर रेल पर चढ़ गयी पटना जंक्शन पर उतर गयीं। मैयके सजनपुर मसाढ़ी, फतुहा जाने के पहले जंक्शन पर घुमने लगे। नानी के घर जाने के पहले अंजलि कुमारी घुमने के लिए मचलने लगी थीं। जो बिछड़ने का कारण हो गया। गौर करने वाली बात है। 5 वर्षीय बेटी का हाथ पकड़कर मां चल रही थीं। दोनों हाथ पकड़कर चल रहे ही रहे थे। इस बीच भीड़ के कारण मां-बेटी की हाथ छुट गयी। आज भी लाडली बेटी परिवार से दूर ही हैं।

 अपनी लाडली बेटी अंजलि कुमारी की तस्वीर लेकर पिता समन मांझी भटक रहे हैं। अव्वल श्सुराल सजनपुर मसाढ़ी, फतुहा गए। ससुर का नाम रामाशीष मांझी हैं। इसके बाद बदलाचक मुसहरी,परसा गए। लोहानीपुर, पटना के बाद दीघा मुसहरी शबरी कॉलोनी गयी। यहां पर समन मांझी के चचेरी बहन बसंती देवी रहती हैं। समन मांझी दुखित हैं। उन्होंने कहा कि अगर किसी को गुलाबी रंग के सलवार और कुर्ती पहनी 5 वर्षीय अंजलि कुमारी नामक बच्ची मिले। आप विक्राता कुमार के मो. 9931126082 पर सूचित कर दें।

आलोक कुमार


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