Wednesday 13 March 2013

बिहार में जलवायु परिवर्तन से उत्पन......




बिहार में जलवायु परिवर्तन से उत्पन परिस्थितियों को व्यास जी ने समझाया

पटना। सुखाड़ आपदा के प्रबंधन हेतु मानक संचालन प्रक्रिया के प्रारूप तय करने के उद्देश्य से बिहार सरकार का आपदा प्रबंधन विभाग एवं बिहार इन्टर एजेंसी ग्रुप के संयुक्त तत्वावधान में प्लान इंडिया एवं कैरीटास के सहयोग से पटना के .एन.सिन्हा,सामाजिक अध्ययन संस्थान में आज एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में तय मानक संचालन प्रक्रिया के प्रारूप पर विस्तृत विचार विमर्श हुआ। मानक संचालन प्रक्रिया के सूत्रण का मुख्य उद्देश्य सुखाड़ की स्थिति में किये जाने वाली कार्रवाईयों तथा रिस्पांस,पूर्व तैयारियां एवं सुखाड़ के पश्चात किये जाने वाले कार्रवाईयों हेतु विभिन्न विभागों की जिम्मेदारी को स्पष्ट और सरलीकृत करना है। सुखाड़ की स्थिति के प्रभावों के आकलन हेतु सूचनाओं के संग्रह एवं आकलन हेतु ठोस आधार तय करने को भी इसमें शामिल किया जायेगा तथा कार्यों के सम्पादन में अनिश्चतता समाप्त होगी। इससे विभिन्न विभागों एवं आपदा प्रबंधन के विभिन्न हित भागियों के बीच बेहतर तालमेल संभव होगा।
 कार्यशाला में विषय प्रवेश करते हुए अपने उद्बोधन में आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव श्री व्यास जी ने हालिया वर्षों में बिहार में उत्पन्न हुई परिस्थितियों एवं जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को देखते हुए सुखाड़ हेतु एक मानक संचालन प्रकिया के प्रारूप से प्रतिभागियों का परिचय कराया। अध्यायवार हुए इस प्रस्तीकरण में विभिन्न विभागों यथा कृषि ,नगर विकास,लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण, पशु एवं मत्स्य संसाधन एवंज संसाधन इत्यादि विभागों के प्रतिनिधियों तथा बिहार इंटर एजेंसी ग्रुप के विभिन्न सदस्यों यथा युनिसेफ ,कैरीटास,ऑक्सफैम,कासा के प्रतिनिधियों के साथ -साथ रेडार इंडिया पुणे, चार्म एवं कोशिश इत्यादि संस्थाओं के प्रतिनिधि भी कार्यशाला में उपस्थित हुए तथा अपने बहुमूल्य सुझाव दिये। उपस्थित महत्वपूर्ण व्यक्तियों में संजय पांडेय, रंजीव,डॉ. शकील, आपदा प्रबंधन विभाग के विशेष कार्य पदाधिकारी संदीप कुमार एवं विष्णुपद मनु इत्यादि प्रमुख थे। प्रतिभागियों का स्वागत बिहार आई..जी. के संयोजक संजय पांडेय द्वारा तथा धन्यवाद ज्ञापन कैरीटास के गिरीश पीटर द्वारा किया गया।
























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