Tuesday, 28 May 2013

बेमियादी धरना देने वालों से रामगढ़वा प्रखंड के बीडीओ और सीओ ने समय मांगा





2 माह के अंदर आवासीय भूमिहीन महादलितों को सरकारी नियमानुसार भूमि देने का दिया भरोसा

रामगढ़वा। एकता परिषद, उत्तर बिहार के बैनर तले प्रखंड रामगढ़वा, पूर्वी चम्पारण के कार्यालय में बेमियादी धरना 21 मई 2013 से आरंभ किया गया। इसमें भारी संख्या में उपेक्षित लोग उपस्थित रहे। 25 मई को 317 पुरूष और 785 महिलाओं की उपस्थिति में पूर्वी चम्पारण की एसडीओ सइदा खातून, रामगढ़वा प्रखंड की बीडीओ की प्रमिला देवी और सीओ सुनील कुमार मल्ल ने उपेक्षित लोगों को भरोसा दिया कि 2 माह के अंदर आवासीय भूमिहीन महादलितों को सरकारी नियमानुसार भूमि उपलब्ध करा देंगे।

 एकता परिषद के रामगढ़वा प्रखंड के समन्वयक श्यामनंदन सिंह ने कहा कि हम लोगों ने अपनी मांग को लेकर 21 मई से धरना पर थे। हम लोगों की मांग है कि आवासीय भूमिहीनों को 10 डिसमिल जमीन अविलम्ब दी जाए। खेतिहार भूमिहीनों को आजीविका के लिए 1 एकड़ भूमि दी जाए। प्रखंड के सभी त्रुटिपूर्ण बीपीएल कार्डधारियों के कार्ड में सुधार किया जाए। बीपीएल एवं अंत्योदय कार्डधारी परिवारों को नियमित प्रत्येक माह अनाज उपलब्ध कराया जाए। इंदिरा आवास के लिए चयनित लोगों की सूची को पहले पंचायत भवन तथा बाद में सार्वजनिक स्थानों पर लिखकर सार्वजनिक किया जाए। मनरेगा में काम करने वाले श्रमिकों को 15 दिनों के अंदर मजदूरी भुगतान किया जाए। मनरेगा श्रमिकों की मजदूरी को बढ़ाकर 200 सौ रूपए प्रतिदिन किया जाए। किसानों को समय पर एवं उचित दर पर खाद और बीज उपलब्ध कराया जाएं और  बढ़ती मंहगाई पर रोक लगायी जाए।

एकता परिषद, उत्तर बिहार के समन्वयक वीके सिंह ने बताया कि एकता परिषद के यहां इस प्रखंड में वर्ष 2006 से 2011 तक 40 गांवों में कार्य किया जाता था। अब इसको कम करके वर्ष 2012 .13 में सिर्फ एक पंचायत धनहरडिहुली के ही 5 गांवों में भूमि एवं आजीविका के ऊपर काम किया जा रहा है। काम करने के दरम्यान पता चला कि सरकारी नीति के तहत आम आमदी को योजनाओं से खास फायदा नहीं पहुंच पा रहा है। महादलित  आवासीय भूमिहीनों को 4 डिसमिल जमीन नहीं मिल पा रही है। प्रखंड के अंदर व्याप्त अफसरशाही के कारण गरीबों को न्याय नहीं मिल पा रहा है। इससे परेशान और हलकान लोगों ने खुद से स्थापित आजीविका अधिकार केन्द्र, बोधा में एक दिन आमसभा करके सर्वसम्मति से यह निर्णय ले लिये कि 21 मई 2013 से  प्रखंड कार्यालय के सामने बेमियादी धरना दिया जाए। इस तरह के सत्याग्रह करने से सरकारी महकम्मा में खलबली मच गयी। आखिरकार बेमियादी धरना देंगे। आननफानन में रामगढ़वा प्रखंड कार्यालय परिसर में संचालित धरना स्थल पर 25 मई को आकर 317 पुरूष और 785 महिलाओं की उपस्थिति में पूर्वी चम्पारण की एसडीओ सइदा खातून, रामगढ़वा प्रखंड की बीडीओ की प्रमिला देवी और सीओ सुनील कुमार मल्ल ने उपेक्षित लोगों को भरोसा दिया कि 2 माह के अंदर आवासीय भूमिहीन महादलितों को सरकारी नियमानुसार भूमि उपलब्ध करा देंगे। इस अवसर सत्येन्द्र सिंह,संजय पाण्डेय, बाबर मियां और राजू लाल नामक ग्राम पंचायतों के मुखिया भी रहे। एकता एरिषद के प्रखंड अध्यक्ष जयलाल कुशवाहा ,सचिव नन्दलाल प्रसाद गुप्ता, हरिशंकर सिंह,डा. इमरान आलम,हरि नारायण शर्मा, आम आदमी पार्टी, राधा देवी, मनोज सहनी, रामाशीश, शांति देवी, रामाश्रय पासवान आदि उपस्थित थे।