राष्ट्रीय भूमि सुधार नीति के मसौदे पर अंतिम रूप में

रोजगार की गारंटी और भोजन का हक देने के बाद अब
सरकार बेघर लोगों को मकान की गारंटी देने वाला विधेयक लाने की तैयारी में है।
विधेयक का मसौदा लगभग तैयार है। राष्ट्रीय भूमि सुधार समिति की बुधवार को हुई बैठक
में राष्ट्रीय भूमि सुधार नीति के मसौदे पर अंतिम रूप दे दिया गया।
भूमि सुधार नीति के मसौदे
को गुरुवार को सभी राज्य सरकारों को भेज दिया जाएगा। उनकी टिप्पणी और सुझाव आने के
बाद अगस्त के आखिरी सप्ताह में दिल्ली अथवा हैदराबाद में राज्यों के राजस्व
मंत्रियों का सम्मेलन बुलाया जाएगा। राज्यों की राय के साथ नीति के मसौदे के
संशोधित स्वरूप के आधार पर कैबिनेट नोट तैयार किया जाएगा। इस बारे में केंद्रीय
ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने कहा कि शीतकालीन सत्र में इसे संसद में पेश
किया जा सकता है।
भूमि सुधार नीति के मसौदे
को चार हिस्सों में बांटा जा सकता है। पहले हिस्से में गरीबों की खोई जमीन को
उन्हें दिलाना है। इन जमीनों पर दबंगों ने कब्जा जमा रखा है। दूसरे हिस्से में उन
बसावटों अथवा घरों को सुरक्षित करना है, जो सार्वजनिक जमीन पर बन गए हैं। तीसरे
हिस्से में देश के प्रत्येक भूमिहीन को जमीन दिलाने का प्रावधान है। चौथे हिस्से
में भूमिहीन व बेघर लोगों को मकान और किचन गार्डेन बनाने भर की जमीन देने का
प्रावधान है। एकल महिलाओं को जमीन को पंट्टा देने का प्रावधान भी शामिल कर लिया
गया है।
Alok Kumar