Saturday 17 August 2013

राजद सांसद रघुवंश प्रसाद सिंह ने मुख्यमंत्री पर कटाक्ष मारा


बिहार में 942 ट्रांसफार्मर जलकर बेकार

मुख्यमंत्री चले थे बिहार के गांवों में बिजली पहुंचाने

पटना। राष्ट्रीय जनता दल के सांसद रघुवंश प्रसाद सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कटाक्ष किया है। मुख्यमंत्री के राज्य में 942 ट्रांसफार्मर जलकर बेकार हो गया है। बिहार के गांवों में बिजली पहुंचाने का वादा किये थे। ऐसा नहीं करने पर चुनाव में उपस्थिति दर्ज नहीं करवाने का वादा किये थे। कम से कम जले 942 ट्रांसफार्मर बनाकर खंभे में चढ़ा तो दें। इससे ही घोर अंधकार में प्रकाश जाएगा।

 मुख्यमंत्री की कलई खुल गयीः
मुख्यमंत्री के द्वारा गांव-गांव में बिजली नहीं पहुंच रहा है। सरकार और गैर सरकारी संस्थाओं के द्वारा गांवघर में जलापूर्ति केन्द्र स्थापित किया जा रहा है। इसमें 1 अश्व शक्ति वाला वाटर पम्प लगाया गया है। बिजली के अभाव में सोलर सिस्टम से काम निकाला जाएगा। इस तरह अब बिहार सरकार पूर्णतः भगवान भास्कर और दिवाकर पर निर्भर होने वाली है। इन भगवानों के ही रहमोकरमों पर निर्भर रहना पड़ेगा। जब कभी पूर्ण पराक्रम के साथ भगवान भास्कर धरती की ओर देखेंगे। तब जाकर सोलर सिस्टम चार्ज हो पायेगा। सोलर सिस्टम की बैट्री चार्ज होने के बाद ही संचालित होती है। तब जाकर ग्रामीण लोगों को वाटर पम्प से पानी मिल सकेगा। अगर भगवान दिवाकर मद्धिम होकर धरती पर उतरेंगे तो उस दिशा में वाटर पम्प चल नहीं पायेगा।

 मुख्यमंत्री संकल्प पर कायमः
मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर गांधी मैदान में कहा कि पिछले वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण में कहा था कि वर्ष 2015 तक प्रदेश में बिजली की स्थिति नहीं सुधरने पर वह वोट मांगने नहीं जाएंगे। वह अपने इस संकल्प पर कायम भी है। अपने वायदे के अनुसार वह प्रदेश में बिजली की स्थिति सुधारने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं। संचरण और वितरण पर विशेष काम हो रहा है।

एनजीओ बाजी मारने में कामयाबः

संसाधन जुटाने वाली संस्था वाटर एड इंडिया से सहयोग प्राप्त करके प्रगति ग्रा मीण विकास समिति के द्वारा फतेहपुर प्रखंड के नीमी पंचायत के किशनपुर गांव में वाटर पम्प बैठाया जा गया है। इस पम्पिग स्टेशन से 50 घर लाभ उठाएंगे। शत्रुध्न कुमार नामक सामाजिक कार्यकर्ता के प्रयास से पम्पिग स्टेशन लगाया जा सका है। समिति के द्वारा एक अश्व शक्ति वाला वाटर पम्प लगाया गया है। इसमें सात सोलर प्लेट लगाया गया है। इसी सोलर सिस्टम से वाटर पम्प चलाया जाएगा। गांव में वाटर पम्प लगने से लोगों में काफी उत्साह है। अब दूषित पेयजल नहीं पीना पड़ेगा।

आलोक कुमार