Tuesday 15 October 2013

पहले सुखाड़ से और अब ‘ फैलिन’ तुफान से परेशान किसान


ताकि पहचान के बल पर सरकारी राहत किसान और बटाईदारों को भी मिल सके। इसमें बटाईदारों को किसान की जमीन पर कब्जा या अधिकार जताने का सवाल ही नहीं था। मगर इसका दुष्प्रचार कर दिया गया। आखिरकार नीतीश कुमार को आयोग की अनुशंषा को ठंडे बस्ते में डाल देना पड़ा। उसका खामियाजा बटाईदार भुगत रहे हैं।
जहानाबाद। सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सत्ता संभालते ही भूमि सुधार को लागू करने का मन बना लिया। इसके आलोक में बिहार भूमि सुधार आयोग की स्थापना कर दी। इस आयोग के अध्यक्ष डी0 बंधोपाध्याय को बनाया। आयोग के अध्यक्ष डी0 बंधोपाध्याय ने मेहनत करके रिपोर्ट तैयार करके अनुशंषा सरकार के सामने पेश कर दी। इसमें बटाईदारों के हित में अनुशंषा दी गयी थी। इनको पहचान देने की बात रखी गयी थी ताकि पहचान के बल पर सरकारी राहत किसान और बटाईदारों को भी मिल सके। इसमें बटाईदारों को किसान की जमीन पर कब्जा या अधिकार जताने का सवाल ही नहीं था। मगर इसका दुष्प्रचार कर दिया गया। आखिरकार नीतीश कुमार को आयोग की अनुशंषा को ठंडे बस्ते में डाल देना पड़ा। उसका खामियाजा बटाईदार भुगत रहे हैं।
जहानाबाद जिले के मखदुमपुर प्रखंड के बीडीओ कार्यालय के द्वारा प्रखंड से सुखा पीड़ित किसानों के बीच में डीजल खरीदने के लिए अनुदान राशि वितरण किया जा रहा है। डीजल खरीदने के लिए चार चरण में ढाई सौ रू0 अनुदान राशि वितरण किया जा रहा है। अभी द्वितीय चरण का अनुदान वितरण हो रहा था किफैलिनका कहर सामने गया। अभी तक सिर्फ यह कहा गया है कि पचास प्रतिशत फसल बर्बाद होने पर किसानों को मुआवजा दी जाएगी।
किसानों से बटाईदारी में खेत लेकर खेती करने वाले बटाईदारों को लाभ से वंचित कर दिया गया है। सरकार ने एलान कर रखी है कि जिसके पास खेत का स्वामित्व होगा उसे ही सरकारी अनुदान प्राप्त होगा। तब तोफैमिनसे मार खाने वाले किसानों को ही लाभ मिलना निश्चित है।
 मखदुमपुर प्रखंड से कुछ दूरी पर डीजल अनुदान लेने के लिए दरखास्त लिखा जा रहा है। दरखास्त लिखने वाले बटाईदारी खेती करने वाले ही है। खुद अपने लिए दरखास्त नहीं लिख रहे हैं बल्कि किसी किसान के लिए ही आवेदन लिख रहे हैं। आवेदन लिखने वाला का नाम कल्लू दास हैं। इनका घर मुगलबीघा में है। लालमोहन सिंह नामक किसान से 2 बीघा जमीन बट्टइया पर खेत लिये हैं। एक एकड़ में ढाई सौ रू0 मिल रहा है। 4 बार पटवन के लिए राशि मिल रही है। प्रथम बार राशि मिल गयी है। द्वितीय के लिए आवेदन भरा जा रहा है।
आलोक कुमार