इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के दरम्यान एक दिवसीय मैच की सीरिज मेंगेंदबाज कमजोर नजर आ रहे हैं। इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों के द्वारा बल्लेबाजों को काफी रन बनाने का मौका देते जा रहे है। ऑस्ट्रेलिया के कप्तान जौर्ज बेली को समझ से बाहर की बात है कि कितना रन बनाए ताकि भारतीय बल्लेबाज बनाने में नाकामयाब हो जाए। टी-20 में 200
से ऊपर और एक दिवसीय में 360
रन बना दिये । तब भी भारतीय बल्लेबाजों को रोक नहीं पाये। रन उड़ाने की यह बीमारी दोनों टीम में समान रूप से है। अब देखना है कि तृतीय एक दिवसीय मैच में क्या गेंदबाज करिश्मा दिखा पा रहे है?
आलोक कुमार