दानापुर। दानापुर प्रखंड में कौथवां ग्राम पंचायत है। इसी ग्राम पंचायत में रामनाथ राय रहेंगे। भुईया बाबा के सहयोग से धन और जन उत्पति हो सका है। इससे खुश होकर रामनाथ राय ने भुईया बाबा को खुश करने की योजना बनायी है। कई भैंस के पालने वाले रामनाथ ने एक भैंसा को भुईया बाबा के नाम छोड़ देंगे। भैंसा को दानापुर से ट्रक पर चढ़ाकर छपरा ले जाएंगे। जहां भुईया बाबा की पूजा की जाएगी और उसके बाद भैंसा को छोड़ दिया जाएगा। जो इधर-उधर भटककर अपना आहार खोज निकालकर खाते रहेगा।
जी हां, देश 21 वीं सदी में जा रहा है। कुछ लोग आज भी अज्ञात शक्ति को शक्तिशाली मानकर पूजा आदि किया करते हैं। रामनाथ राय को ही ले लीजिए। अपने कर्म से धन और जन उत्पन्न कर सकें हैं। परन्तु उसका श्रेय भुईया बाबा को दे रहे हैं। धन और जन की बढ़ोतरी करने के लिए रामनाथ राय ने भुईया बाबा के साथ समझौता किये। मन्नत रखे कि अगर धन और जन में बढ़ोतरी होगी तो एक भैंसा चढ़ाएंगे। यह भैंसा जीर्वित चढ़ाया जाएगा। कुछ लोग बलि चढ़ाने की भी मन्नत रखते हैं। यह पूजा अगले माह छपरा में होगी।
भैंसा अकेले ही सड़क और गांव में विचरण करते रहेगा। इसी भी समान में मुंह लगाकर आहार ग्रहण करेंगा। जब भैंसा जवान हो जाएगा। तब पषु पालकों के द्वारा अपनी भैंस को भैंसा के पास ले जाकर पाल भी खिलाएंगे।
आलोक कुमार