Saturday 2 November 2013

अपने मृत परिजनों की कब्र पर विशेष सफाई करने में जूटे



*कब्र खोदवाने वाले राजू गाब्रिएल साह के अनुसार इस साल 60 से अधिक लोगों को कुर्जी कब्रिस्तान में दफनाया गया है। इसमें कुर्जी पल्ली में आये सबसे पुराने शख्स पास्काल राउत की बीबी फुलकेरिया पास्काल शामिल हैं।

पटना। आज ईसाई समुदाय के द्वारा मुर्दों का पर्व मनाया जा रहा है। इसको सुनकर विस्मय में पड़ गये होंगे। लोकआस्था है कि कयामत के दिनों में नाशवान शरीर मृतकों में से उठ खड़े होंगे। जिस प्रकार संसार के मुक्तिदाता ईसा मसीह तीन दिनों के मृतकों में से जी उठे थे। उसी तरह कयामत के दिनों में भी होगा।

ईसाई समुदाय क्या करते हैं:
एक पखवाड़ा से पूर्व ही मृतकों के परिजन अपने मृतक रिश्तेदारों की कब्र को सवारने और सजाने लगता है। मृतक दिवस के अवसर पर हरेक साल 2 नवम्बर को मुर्दों का पर्व मनाया जाता है। इसको लेकर विशेष तैयारी की जाती है। जैसे-जैसे 2 नवम्बर करीब आता है। कब्रिस्तान में भीड़ लगनी शुरू हो जाती है। आज 2 नवम्बर है। काफी संख्या में लोग आकर कब्र की सजावट की अंतिम तैयारी करने लगे हैं। आज दोपहर ढाई बजे से कब्रिस्तान में ही पूजा की जाएगी। कई पादरी शिरकत करेंगे। परमप्रसाद वितरण करेंगे। अंत में सभी कब्रों पर पवित्र जल का छिड़काव करेंगे।

आज छोटी दीवाली के दिन कब्रिस्तान में जगमगः
आज छोटी दीवाली है। वहीं ईसाई समुदाय के मृतकों का पर्व है। इसे मुर्दों का पर्व भी कहा जाता है। अपने पॉकेट की हिसाब से लोग मोमबर्ती,अगरबर्ती,फूल आदि खरीदकर लाते हैं। पहले ही मृत परिजनों की गयी कब्र की सफाई पर मोमबर्ती, अगरबर्ती,फूल आदि चढ़ाने लगते हैं। इसको चढ़ाने के बाद कोई कब्र मिट्टी से तो कोई कब्र चूना आदि से की गयी पुताई वाली कब्र में रौनक बढ़ जाता है। वहीं प्रत्येक कब्र में मोमबर्ती, दीया आदि जलने से कब्रिस्तान जगमगा उठता है।

कोलकोता से लाया गया फूलः
कोलकोता से गेंदा का फूल खरीद कर लाया गया है। इसको एक गेंदा का फूल की कीमत 25 रू0 करके बेचा जा रहा है। इसे ही खरीदकर कब्र पर चढ़ाया जाएगा। इसके अलावे तरह-तरह के फूल,मोमबर्ती, अगरबर्ती आदि की दुकान सज रही है। यहीं से लोग पंसद की चीज खरीदकर ले जाएंगे और कब्र की सवाजवट करेंगे।

इस साल 60 से अधिक लोग दफलानाएं गएः
कुर्जी पल्ली में मरने वाले ईसाई समुदाय को दफनाने के लिए कब्र खोदवाने वाले राजू गाब्रिएल साह के अनुसार इस साल 60 से अधिक लोगों को कुर्जी कब्रिस्तान में दफनाया गया है। इसमें कुर्जी पल्ली में आये सबसे पुराने शख्स पास्काल राउत की बीबी फुलकेरिया पास्काल शामिल हैं। ढाई बजे फादर जोनसन पवित्र अनुष्ठान अर्पित करेंगे। इनके साथ दर्जनों पुरोहित भी रहेंगे। इस कब्रिस्तान की चहारदीवारी बिहार विधान सभा के पूर्व मनोनीत सदस्य जोसेफ पी0 गोलस्टेन ने करवायी है।बिहार विधान मंडल विकास योजनान्तर्गत से किया गया है। कार्य दिसंबर 2001 में संपन्न हुआ।

आलोक कुमार