पटना। अब तो
केवल राजधानी के
ही सड़कों का
निर्माण नहीं हो
रहा है,बल्कि
गांवघर के भी
सर्म्पक सड़कों को दुरूस्त
की जा रही
है। अब तो
जर्जर सड़क भी
गाड़ी को सरफट
दौड़ाने में समर्थ
है। इन सड़को
को नये सिरे
से ही बना
दी जा रही
है। जहां पर
अलकतरा का दुश्मन
पानी का प्रभाव
पड़ता है तो
वहां पर पक्की
सड़क बना दी
जा रही है।
कुल मिलाकर सड़क
को बेहतर बनाने
में सरकार जुट
गयी है।
वहीं
कुछ जगहों पर
पानी गिरने से
सड़क बर्बाद होने
लगी है। वहां
पर जलापूर्ति पाइप
टूट जाने से
रिसाव होने लगा
है। इसके कारण
सड़क पर जलजमाव
और गड्ढा बनते
ही जा रहा
है। गौरतलब है
कि जब जलापूर्ति
केन्द्र को चालू
किया जाता है
तो उसी समय
सड़क पर जल
जमाव हो जाता
है। जैसे ही
जलापूर्ति केन्द्र को बंद
किया जाता है।
तो जल जमाव
वाला पानी पाइप
के अंदर चला
जाता है। तब
समझा जाता है
कि सड़क पर
यह हाल है
तो नाले के
समक्ष पाइप टूटा
होगा तो उसका
हाल क्या होगा?
तमाम गंदा पानी
भी पाइप में
प्रवेश कर जाता
होगा और जब
जलापूर्ति केन्द्र चालू किया
जाता होगा तो
पहले गंदा पानी
ही गिरता होगा।
इस संदर्भ
में सामाजिक कार्यकर्ता
धनजंय कुमार यादव
का कहना है
कि उत्तरी और
पश्चिमी मैनपुरा ग्राम पंचायत
में जलापूर्ति केन्द्र
स्थापित है। इस
केन्द्र से घरों
में पानी पहुंचाने
के पाइप का
लगाया गया है।
इस समय कई
जगहों पर पाइप
टूट गया है।
जहां से पानी
बहता है। जब
जलापूर्ति केन्द्र चालू होता
है तो पानी
बहता है। जैसे
ही जलापूर्ति केन्द्र
बंद होता है।
तब तमाम गंदा
पानी पाइप में
जाने लगता है।
जब फिर से
जलापूर्ति केन्द्र चालू होता
है। सबसे पहले
गंदा पानी ही
गिरता है। इस
तरह का दूषित
पानी पीने से
कुछ महीने पूर्व
कुर्जी क्षेत्र के लोग
पीलिया रोग की
चपेट में आ
गये थे। काफी
लिखा-पढ़ी करने
के बाद लिकेज
को बंद किया
जा सका। अभी
भी कुछ जगहों
से लिकेज हो
ही रहा है।
इस ओर संबंधित
अधिकारियों का ध्यान
स्थानीय मुखिया दिलवा रहे
हैं। अभी कुर्जी
पुल के पास
दानापुर-दीघा मुख्य
सड़क पर पानी
का रिसाव जारी
है। पानी गिरने
से सड़क खराब
होकर गड्ढा बनाने
पर उतारू है।
इसके कारण आवाजाही
करने में दिक्कत
हो रही है।
इस ओर ध्यान
देने की जरूरत
है। नहीं तो
दिन प्रति दिन
गड्ढा का बड़ाव
होते चले जाएगा।
आलोक कुमार,पटना।