Tuesday 12 November 2013

जब महादलित महिलाओं ने सीओ साहब के सामने पर्चा को चीरफाड़ दिया



अररिया। इस जिले के नरपतगंज प्रखंड के अचरा पंचायत के अचरा गांव में महादलित मुसहर समुदाय के लोग रहते हैं। सुशासन सरकार के नौकरशाह सीओ को नामालूम है कि महादलितों को 3 डिसमिल जमीन देनी है। मगर नरपतगंज के सीओ ने महादलितों के साथ हकमारी करने पर उतारू हो गये। समाज के किनारे रहने वाले भोलेभाले महादलितों के साथ छल करके 3 डिसमिल जमीन के बदले 1 डिसमिल जमीन का पर्चा निर्गत करने लगे। जब नरपतगंज प्रखंड के सीओ के द्वारा हस्ताक्षरित एक डिसमिल जमीन का पर्चा मिला। तो महादलित समुदाय की महिलाएं गुस्से में गयीं। घर से निकलकर सीओ साहब के चैम्बर में आकर महिलाओं ने शोर मचाकर सीओ को चोर साबित करके निर्गत पर्चा का पोस्टमार्टम(चीरफाड़) कर दिये।
 पैक्स के सहयोग से प्रगति ग्रामीण विकास समिति के बैनर तले भूमि अधिकार सह जन सुनवाई कार्यक्रम आयोजित की गयी थी। इसका मंच संचालन भोलेश्वर मुखिया ने किया। इस अवसर पर बड़हारा पंचायत के बरदाहा गांव के उमेश सिंह ने कहा कि वंचित समुदाय को एकजुट होकर अपनी बुनियादी समस्याओं की मांग को जिला प्रशासन के समक्ष रखनी चाहिए। अचरा गांव के निवासी दरोगी ऋषिदेव की पत्नी लालो देवी ने कहा कि हम लोगों को सीओ साहब के द्वारा 1 डिसमिल करके पर्चा दिया गया। इस पर्चा को ले जाकर सीओ साहब के सामने चीरफाड़ दिया गया। अभी भी तीन टोला के 200 महादलित मुसहर आवासहीन हैं। भूमिहीनों का आवेदन जमा करने आये हैं। मधुरा उत्तर पंचायत की निर्मला देवी ने कहा कि हम महादलितों को बीपीएल कार्ड निर्गत नहीं किया गया है। इसके कारण राशन-किरासन नहीं मिल पाता है। यहां पर इन्दिरा आवास योजना में रिश्वतखोरी चरम पर है। अचरा गांव के रघुनंदन राम ने कहा कि हम लोग आवासीय भूमिहीन हैं। नाथपुर के देवीलाल पासवान ने कहा कि हम लोगों को जॉबकार्ड नहीं है। बीपीएल सूची में भी नामदर्ज नहीं है। नाथपुर के ही रामप्रसाद राम ने कहा कि आवासहीनों की समस्या प्रखर है।
आलोक कुमार