Tuesday 31 December 2013

पटना और गया को 2.00 लाख रू. विरमित किये गये


पटना। आपदा प्रबंधन विभाग के द्वारा जानकारी दी गयी है कि राज्य के सभी जिले में राशि विमुक्त कर दी गयी है। कोई 16 जिले में नियमित अलाव जलाये जा रहे है। अभी तक किसी की मौत होने की सूचना नहीं है। सबसे अधिक अलाव जलाने की स्थान एवं संख्या 77 दरभंगा में  है। यहां पर 6670 किलोग्राम लकड़ी जलाये गये है। इसके बाद पूर्णिया में 64 जगहों पर 2085 किलोग्राम और अररिया में 60 जगहों पर 6230 किलोग्राम लड़की जलाये गये। 
दरभंगा में 77 जगहों में 6670 किलोग्राम, पूर्णिया में 64 जगहों पर 2085 किलोग्राम, अररिया में 60 जगहों पर 6230 किलोग्राम लड़की जलाये गये। वहीं पूर्वी चम्पारण है जहां 57 स्थानों पर 1875 और मुजफ्फरपुर में 54 स्थानों पर 6025 किलोग्राम लकड़ी जलाये गये। सिवान में 52 जगहों पर 1075 किलोग्राम, सुपौल में 45 जगहों पर 4240 किलोग्राम, किशनगंज में 41 जगहों पर 3950 किलोग्रामभागलपुर में 30 जगहों पर 1210 किलोग्राम , बक्सर में 27 जगहों पर 1675 किलोग्राम , पटना में प्रतिदिन अलाव जलाने की स्थान एवं संख्या 25 है। यहां पर अबतक 1410 किलोग्राम लकड़ी जलाये गये हैं।  जहानाबाद में 23 जगहों पर 810 किलोग्राम , सहरसा में 20 जगहों पर 720 किलोग्राम, पश्चिमी चम्पारण में 17 जगहों पर 3570 किलोग्राम ,खगड़िया में 15 जगहों पर 2095 किलोग्राम और शेखपुरा में 5 जगहों पर 250 किलोग्राम लकड़ी जलाये गये। षीतलहर के प्रकोप से प्रभावित मुजफ्फरपुर में 6025 जनसंख्या हुई।
पटना और गया को 2.00 लाख रू. विरमित किये गये हैं। भागलपुर, मुजफ्फरपुर, सारण, दरभंगा, मुंगेर, सहरसा और पूर्णिया को 1.50 लाख और शेखपुरा,जहानाबाद,अरवल और शिवहर को 0.25 लाख वितरित किया गया। शेष अन्य जिले को 0.50 लाख विरमित किया गया। इस तरह कुल 28.00 लाख विरमित किया गया। अभी तक सिवान 8600, जमुई  3840, पूर्णिया 12460 और किशनगंज 23600 रू अघतन व्यय की गयी राषि रूपए में कुल 48500 रूपए खर्च किये। अभी तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में अलाव की व्यवस्था नहीं की गयी है। भोजपुर, रोहतास, कैमूर, गया, अरवल, औरंगाबाद, नवादा, बांका, सीतामढ़ी, वैशाली, शिवहर, सारण, गोपालगंज, मधुबनी, समस्तीपुर, मुंगेर, बेगूसराय,लखीसराय,मधेपुरा और कटिहार के समेत 21 जिले में अलाव की व्यवस्था नहीं की गयी है। 22 जिलों से प्रतिवेदन अप्राप्त है। 16 जिलों से प्रतिवेदन प्राप्त है। जमुई जिले में कितनी जगह अलाव की व्यवस्था की गयी है। पता ही नहीं चलता है। इन जिलों को मिलाकर प्रतिदिन जलाये गये अलाव की मात्रा 15255 है।
आपदा प्रबंधन विभाग के विशेष कार्य पदाधिकारी विपिन कुमार राय ने जानकारी दी है। ज्ञापांक-5509/..../0प्र0, पटना- दिनांक-30.12.13 के माध्यम से मुख्य सचिव, बिहार/ विकास आयुक्त/ प्रधान सचिव, मुख्यमंत्री सचिवालय/प्रधान सचिव के प्रधान आप्त सचिव, आपदा प्रबंधन विभाग/संयुक्त सचिव, आपदा प्रबंधन विभाग/निदेशक,जनसर्म्पक विभाग/माननीय मंत्री,आपदा प्रबंधन विभाग के आप्त सचिव को सूचनार्थ प्रेषित किया गया है।
आलोक कुमार