Friday 10 January 2014

4 जिले के 54 स्थानों पर रैन बसेरा खोला और 1358 लोगों को आश्रय मिला



पटना। आपदा प्रबंधन विभाग ने शीतलहरी के आलोक में 38 जिले में राशि विमुक्त कर दिया है। 30 दिसम्बर,2013 से लगातार 32 जिले रिपोर्ट दे रहे हैं। वहीं गया समेत 6 जिले रिपोर्ट देने में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। जबकि गया को 2 लाख, अरवल को 25 हजार, औरंगाबाद 25 हजार , सारण को 1.50 लाख, बेगूसराय को 50 और कटिहार को 50 हजार की राशि मिल चुकी है। रिपोर्ट नहीं आने का मतलब कागज पर अलाव की अवस्था की जा रही है। वहीं आपदा प्रबंधन विभाग के द्वारा पत्ता नहीं खोला जा रहा है कि जिला प्रशासन के द्वारा किधर अलाव की व्यवस्था की गयी है। दीघा और खगौल थाना क्षेत्रान्तर्गत में 1-1 की मौत ठंड से हो जाने की खबर है। इस मौत को विभाग ने गंभीरता से नहीं लिया है। इसके कारण विभागीय रिपोर्ट में ठंड से मौत होने के कॉलम में दर्शाया नहीं गया है। केवल सीतामढ़ी जिले में 58 लोगों के बीच में कम्बल वितरण किया गया। पूर्णिया में 4 जगहों पर रैन बसेरा खोला गया  है। जहां 300 लोग रहते हैं। दरभंगा में 1 जगह में रैन बसेरा है। 18 लोगों को आश्रय दिया गया है। नवादा में 42 जगहों पर रैन बसेरा खोला गया है। यहां पर 1060 लोगों को रखा गया है। भागलपुर में 7 जगहों पर रैन बसेरा खोला गया है। यहां पर एक भी आदमी को आश्रय नहीं दिया गया है। इस तरह 54 स्थानों पर रैन बसेरा खोला गया है। यहां पर 1358 लोग आश्रय लिये हैं।
आलोक कुमार