Wednesday 29 January 2014

जो सिक्का नहीं चढ़ाते हैं, उनको यातायात के नियम पढ़ाते



पटना। पटना-दानापुर मुख्य मार्ग का हाल है। करीब आधे दर्जन से अधिक जगहों पर रोड जाम होना निश्चित है। रोड जाम होने के कारण समय पर बच्चे स्कूल नहीं पहुंच पाते हैं। समय पर स्कूल नहीं पहुंच पाने वाले बच्चों के लिए स्कूल के गेट बंद कर दी जाती है। बांकीपुर पुलिस लाइन , बांसघाट, बुद्धा कॉलोनी, दुजरा, राजापुर, कुर्जी, दीघा हाट, गोला रोड और दानापुर में रोड जाम हो जाता हैं
कुछ पुलिस और कुछ कॉसिंग के कारण होता जामः आप विश्वास नहीं करेंगे। परन्तु यह सत्य है। कुछ पुलिस वालों के चलते जाम लगता है। ऐसे लोग रोड पर ही टेम्पों वालों से वसूली करने लगते हैं। पांच रू. के सिक्के चढ़ाने वाले टेम्पों चालकों को छूट मिल जाती है। रोड पर टेम्पों रोककर सवारी उठाने लगते हैं। जो सिक्का नहीं चढ़ाते हैं, उनको यातायात के नियम पढ़ाकर लाठी के सहारे आगे बढ़ा देते हैं। कभी-कभी चालकों को डंडा भी खाना पड़ जाता है। पटना-दानापुर और बांकीपुर-स्टेशन अप एण्ड डाउन होने के कारण जाम लगता है। बुद्धा कॉलोनी, राजापुर,कुर्जी और गोला रोड में कॉसिंग के कारण जाम लगता है। दुजरा और दीघा हाट पर सड़क संक्रीण होने के कारण जाम रहता है।
एक ही रूट में मिशनरी स्कूलों का होनाः एक ही रूट पर मिशनरी स्कूल अवस्थित हैं। संत जेवियर उच्च विघालय,संत माइकल उच्च विघालय,हार्टमन बालिका उच्च विघालय,लोयला उच्च विघालय, नोट्रडेम एकेडमी,संत जेवियर महाविघालय, संत पौल्स एकेडमी, संत आन एकेडमी,डान बोस्को एकेडमी,संत डोमनिक सावियों आदि स्कूल हैं। जो एक समय में खुलते और बंद होते हैं। सभी स्कूलों के पास बस है। बड़े बाप के द्वारा सरकारी वाहन से बच्चों को स्कूल पहुंचाया जाता है। उस समय चालक जाम करते हैं और इंतजार करके बाद चालक ही जाम छुड़ाते हैं। संत माइकल उच्च विघालय के सामने दीघा थाने की पुलिस गाड़ी  लगाकर आराम से पुलिस अखबार पढ़ते रहते हैं। सड़क जाम रहने से टेम्पों आदि से आने वाले बच्चों को विलम्ब से आने पर स्कूल के अंदर प्रवेश करने नहीं दिया जाता है। इधर और भी स्कूल है। जो अलग समय खुलते और बंद होते हैं।
आपकी सेवा में पुलिसः कुर्जी मोड़ चौराहा के बगल में पुलिसिया घर है। यहां लिखा गया है कि आपकी सेवा में पुलिस है। मगर सुबह में पुलिसिया दर्शन नहीं हुए। बिना वर्दी में पुलिस जाम को हटाने में मशक्कत करते देखे गये। इस तरह के मशक्कत करने के बाद भी जाम हटने का नाम ही नहीं ले रहा था। साहबजादे को स्कूल पहुंचाने आने वाले वर्दीधारी पुलिस ने जाम हटाने के प्रयास में लगे। तब 40 मिनट के बाद ही जाम हटा। इस ओर ध्यान देने की जरूरत है। वर्दीधारी यातायात पुलिस की भी जरूरत है। जो अपनी कुशलता से जाम लगने ही दें।
आलोक कुमार