पटना। आज ईसाई
समुदाय गमगीन हैं। शनिवार
को आज सूर्यास्त
होने के समय
में पटना महाधर्माध्यक्ष
महाधर्माध्यक्ष बी.जे.ओस्ता को अंतिम
आंसूपूरित विदाई दे दी
गयी। दीघा में
स्थित एक्सटीटीआई के
कब्रिस्तान में ईसाई
धर्मरीति के अनुसार
अंतिम संस्कार कर
दिया गया। इस
अवसर पर काफी
संख्या में याजक
और अयाजक लोग
उपस्थित थे।
इसके पूर्व
24 जनवरी,2014 को बिहार
के प्रथम महाधर्माध्यक्ष
बी.जे.ओस्ता
को भर्ती कराया
गया। जहां 30 जनवरी
को दम तोड़
दिये। एक कक्ष
में 82 वर्षीय महाधर्माध्यक्ष को
जनता के दर्शनार्थ
रखा। वहां से
शनिवार को कुर्जी
चर्च में लाया
गया। ईसाई समुदाय
निर्धारित 2 बजे से
पहले ही कुर्जी
चर्च पहुंचकर अपने
विकास के राह
खोलने वाले धर्माघ्यक्ष
बेनेदिक्त जोन ओस्ता
को पुष्पाजंलि देने
लगे। हर पग
चर्च की ओर
बढ़ने लगी। यहां
पर आकर हर
हाथ पुष्पाजंलि देने
को आतुर रहा।
इस बीच
झारखंड प्रदेश में रहने
वाले कार्डिनर तेलेस्फोर
पी.टोप्पो आ
गये। कुर्जी चर्च
के प्रधान पुरोहित
फादर जोनसन, विकर
जेनरल फादर देवास्या
आदि धार्मिक अनुष्ठान
की तैयारी में
लग गये। आने
वाले अन्य धर्माप्रांतों
के धर्माध्यक्षों और
पुरोहितों की स्वागत
और परिधान पहनने
में सहायता करने
लगे। इसके बाद
अभी हाल में
रोम में जाकर
पोप का चुनाव
प्रक्रियाओं में भाग
लेकर लौटे कार्डिनर
तेलेस्फोर पी.टोप्पो
के नेतृत्वों में
13 धर्माध्यक्षों एवं दर्जनों
ने पुरोहितों ने
मिस्सा पूर्जा अर्पित किये।
दिवंगत महाधर्माध्यक्ष के
द्वारा 9 दिसंबर,2007 को पटना
महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष
के पद से
अवकाश ग्रहण करने
के बाद महाधर्माध्यक्ष
नियुक्त होने वाले
महाधर्माध्यक्ष बिलियम डिसूजा ने
अपने प्रवचन में
कहा कि महरूम
महाधर्माध्यक्ष धर्मिक प्रवृति के
व्यक्ति थे। उनको
भगवान स्र्वगराज में
जगह दें।
मिस्सा पूजा के
मध्य में ईसाई
धर्मावलम्बियों के बीच
में 19 पुरोहितों ने परमप्रसाद
वितरण किये। इसके
बाद कार्डिनर तेलेस्फोर
पी.टोप्पो ने
सामूहिक आर्शीवाद दिये। मिस्सा
पूजा के समापन
पर पार्थिव शरीर
को चर्च के
मुख्यद्वार पर रखा
गया। मिट्टी से
बने और मिट्टी
में मिल जाने
के बीच में
लोगों ने अंतिम
बार अपने प्रिय
महाधर्माध्यक्ष का दर्शन
किये। वहीं युवाओं
ने आधुनिक तकनीकी
का प्रयोग कर
मोबाइल से महाधर्माध्यक्ष
की तस्वीर उतारते
चले गये।
इसके बाद
पार्थिव शरीर को
एम्बुलेंस में रखा
गया। दीघा की
पुलिस के संरक्षण
में शव को
दीघा में स्थित
एक्सटीटीआई के कब्रिस्तान
में लाया गया।
यहां पर ईसाई
धर्मरीति के अनुसार
अंतिम संस्कार कर
दिया गया। इस
तरह येसु समाजी
के रूप में
63 साल कार्य करने वाले
हस्ति का अंत
हो गया।
बिहार विधान सभा
के अध्यक्ष उदय
नारायण चौधरी, एंग्लो-इंडियन
समुदाय के झारखंड
विधान सभा में
मनोनीत सदस्य विधायक जे
जी गोलस्टेन, अल्पसंख्यक
आयोग की उपाध्यक्ष
सुधा वर्गीस, अल्पसंख्यक
आयोग के पूर्व
उपाध्यक्ष फादर पीटर,
पटना सदर के
उप प्रमुख नीरज
कुमार,बिहार प्रदेश
कांग्रेस के अल्पसंख्यक
प्रकोष्ठ के समन्वयक
सिसिल साह, पटना
धर्मप्रांतीय महिला संघ की
अध्यक्ष स्टेला साह आदि
ने पुष्पांजलि किये।
फादर सुशील साह
ने कहा कि
कुर्जी चर्च में
3 हजार लोग उपस्थित
थे।
आलोक कुमार