पटना। इस महिला को देखकर आप जरूर आश्चर्य में पड़ गए होंगे ? एक्स - रे करवाने के बाद घर जा रही हैं। पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के नाम से शास्त्री नगर का नाम रखा गया है। उसी तरह लोकनायक जयप्रकाश नारायण के नाम से लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल को खोला गया है। यहां पर जरूर ही निःशुल्क एक्स - रे किया जाता है। एक्स - रे करने के बाद ही एक्स - रे को महिला के हाथ में थमा दिया गया है। एक्स - रे को फोल्डर में डाल कर नहीं दिया जाता है। इसके कारण बहुत ही मुश्किल से लोग एक्स - रे को घर ले जाते हैं। एक महिला ने तो एक्स - रे को साड़ी में बांध रखी थी। ऐसा लग रहा था कि मानो उस महिला को ' खोंइचा ' दिया गया है। उसे संभालकर घर ले रहा ही है।
Madras Maldh Common
Market in
पटना। अगर आप
दीघा मालदह आम
के रसिक हैं।
तोे आपको चालू
वर्ष में दीघा
मालदह आम मिलने
वाला नहीं है।
आपको मद्रासी मालदह
आम से काम
चलाना पड़ेगा। यह
इस लिए हो
रहा है कि
कुछ सालों से
एक साल के
अन्तराल में पेड़
में आम फलता
है। इसके कारण
आपको दीघा मालदह
आम नहीं मिल
जाएगा। व्यापारी वैकल्पिक रूप
से बाहर के
आम लाकर बेच
रहे हैं। जहां
का आम है।
वहां के नाम
जोड़कर मालदह बेच
रहे हैं। कुर्जी
मोड़ पर मद्रासी
मालदल आम कहकर
बेचा जा रहा
है। एक किलो
50 रू . में दे
रहा है। मालदह
आम के बदले
में सुखभोग आम
रखा है। जो
60 रू . किलो बेचा
जा रहा है।
अगर कुछ दीघा
में कुछेक पेड़ों में
मालदह आम होगा।
तो कीमत काफी
ली जाएगी।
भारत के
प्रथम राष्ट्रपति राजेन्द्र
प्रसाद की राह
बंद
पटना। भारत के
प्रथम राष्ट्रपति डा .
राजेन्द्र प्रसाद की स्मृति
संग्रहालय की ओर
जाने वाले मार्ग
को बंद कर
दिया जा रहा
है। प्रारंभ में
आप पाटलिपुत्र कॉलोनी
की ओर से
और पटना - दानापुर
मुख्य मार्ग से
जा सकते थे।
अब केवल पटना
- दानापुर मुख्य मार्ग ही
रह गया है।
अब निश्चित तौर
पर संग्रहालय का
दर्शन करने वालों
दिक्कत उठानी पड़ेगी। पाटलिपुत्र
कॉलोनी की ओर
आवाजाही करने के
लिए गेट लगाया
गया। गेट को
दिन में खोल
रखा जाता था।
बाद में छोटा
दरवाजा को खोला
गया और बड़े
गेट में ताला
जकड़ दिया गया।
अब तो गेट
के सामने ही
दीवार खड़ी की
जा रही है।
आवाजाही को ही
बंद कर दिया
गया। आप पटना - दानापुर मुख्य मार्ग
के ब्रजकिशोर स्मारक
संस्थान के सामने
उतरकर राजेन्द्र स्मृति
संग्रहालय जा सकते
हैं। भूलकर भी
पाटलिपुत्र कॉलोनी की ओर
से आनेजाने का
प्रयास नहीं करे।
Alok Kumar
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