Wednesday 4 June 2014

पटना के दानापुर प्रखंड परिसर में ठौर जमाने वालों को मिला नोटिस


दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना पर बैठे लोगों के टेंट उखाड़ दिए

पटना। आज दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना पर बैठे भगाणा पीड़ितों के टेंट उखाड़ दिए गए। कल पटना में दानापुर प्रखंड के सीओ   कुमार कुंदन लाल ने प्रखंड कार्यालय परिसर में रह रहे कटावपीड़ितों को खाली करने के लिए नोटिस दिया गया है। इस तरह की कार्रवाई एसडीओ राहुल कुमार के निर्देश पर प्रखंड कार्यालय परिसर से कटावपीड़ितों को हटाया जा रहा है। 
दिल्ली के जंतर-मंतर पर 14 अप्रैल से धरना दियाः आज दिल्ली में धरना पर बैठे भगाणा पीडितों के टेंट पुलिस ने उखाड़ दिए। इन लोगों ने अनुसूचित जाति आयोग, महिला आयोग, मानवाधिकार आयोग समेत सभी संबद्ध सत्ता केंद्रों से संपर्क किया। लेकिन सुनवाई होना तो दूर, कहीं से आश्वासन तक नहीं मिला। घुमा-फिरा कर सबका टका सा उत्तर रहा कि आप लोगों को जो नियमसंगत मुआवजा मिलना था, मिल चुका है। सभी आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। अब इस मामले में करने को कुछ खास नहीं है। दिल्ली के सत्ता-केंद्रों का यह रवैया अनायास नहीं है। इसकी जड में हैं हिसार के एसपी शिवास कविराज की रिर्पाेटें। सभी आयोग और सरकारें वास्तव में एसपी की रिर्पाेर्ट पर ही निर्भर रहती हैं। पिछले दिनों मैंने शिवास से इस विषय पर बातचीत की थी। उनका का कहना था कि सभी चार लडकियों को 1 लाख 20-20 हजार रूपये का मुआवजा दिया जा चुका है, इनमें से दो लडकियों के साथ ही सहमति से संबंध बनाया गया था, जिसे रेप कहा जा रहा है। उन दोनों को 65-65 हजार रूपये अतिरिक्त दे दिये हैं। एफआईआर में जिन पांच लोगों के नाम उन्होंने दिये हैं, सभी को गिरफ्तार किया जा चुका है। जिस सरपंच राकेश वे गिरफ्तार करने कह रहे हैं, उसका नाम न एफआइआर में है, न उसके खिलाफ कोई सबूत है। हम उसे गिरफ्तार नहीं करेंगे। लडकियां अपनी मर्जी से घर छोड कर भागी थीं। उस रात उन लडकों से उनकी फोन पर बातचीत की कॉल डिटेल्स हमारे पास है। एक लडकी से पास से जो मोबाइल फोन बरामद हुआ है, वह भी एक आरोपी लडके ने ही खरीद कर गिफ्ट किया था। उसकी रसीद हमारे पास है। उस रात की भठिंडा रेलवे स्टेशन की विडियो फुटेज भी हमारे पास है, जिसमें लडकियां खुद टिकट रखीदती हुई दिख रही हैं। आंदोलन को हिसार में समर्थन दे रहे वेदपाल तंवर व भगाणा गांव के लोग आपराधिक प्रवृति के हैं। इन पर कई मामले पहले से दर्ज हैं। भगाणा गांव में कोई सामाजिक वहिष्कर नहीं है। पुलिस की टीम वहां 24 घंटे रह रही है। एसपी शिवास कविराज के इस बयान को किसी विश्लेषण की जरूरत नहीं है। उनकी मानसिकता और सरोकार स्पष्ट हैं। मुझे लगता है कि हिसार के एसपी के तबादले की मांग भी रखनी चाहिए अन्यथा इस मामले में समूचा सरकारी तंत्र और अदालतें भी वहीं सुनेंगीं, जो एसपी कहेगा।
पटना के दानापुर प्रखंड कार्यालय में ठौर जमायाः पटना में गंगा नदी के उफान से दियारा क्षेत्र जलमग्न हो गया। इस उफान से महादलितों की बस्ती गंगा नदी में विलिन हो गयी। वहां से भागकर लोग दानापुर प्रखंड कार्यालय में पनाह लिए। आपदा प्रबंधन विभाग की ओर अनाज और भोजनादि की व्यवस्था की गयी। वहीं दानापुर प्रशासन के द्वारा मानस पंचायत के नया पानापुर में कटावपीड़ितों को बसाने के लिए जमीन अधिग्रहण कर लिया गया है और जमीन का पर्चा भी दिया जा रहा है, लेकिन पीड़ितों शहरी क्षेत्र में जमीन की मांग कर रहे  हैं। दानापुर प्रखंड के सीओ कुमार कुंदन लाल ने प्रखंड कार्यालय परिसर में रह रहे कटावपीड़ितों को खाली करने के लिए नोटिस दिया गया है। इस तरह की कार्रवाई एसडीओ राहुल कुमार के निर्देश पर प्रखंड कार्यालय परिसर से कटावपीड़ितों को हटाया जा रहा है। इसके पहले भी सात-आठ बार नोटिस दिया गया और दीवारों पर चिपकाया गया है। लेकिन पीड़ित परिसर को खाली नहीं कर रहे हैं।

आलोक कुमार


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