पटना। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने जमकर विचार व्यक्त किये। हर मुद्दे को बेवाक ढंग से प्रस्तुत किया। शराब के खिलाफ जनजागरण करने पर बल दिया। द्वितीय चरण में व्यापक ढंग से जनजागरण पैदा करेंगे।
बताते चले कि 1 मार्च 1951 को बख्तियारपुर में जन्म। इनका पिताजी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। पटना इंजीनियरिंग कॉलेज से इंजीनियरिंग की डिग्री। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट हैं नीतीश राजनेता सत्येंद्र नारायण सिन्हा के करीबी रहे हैं नीतीशं 1974 में जेपी के संपूर्ण क्रांति आंदोलन में श्मिल।1985 में पहली बार बिहार विधान सभा के लिए चुने गए।महिलाओं के लिए 35 फीसदी आरक्षण लागू किया।शुरू से ही छात्र आंदोलन से जुड़ा रहा।प्रदेश का विकास ही एकमात्र मकसद।1989 में नौवीं लोकसभा के सदस्य निर्वाचित।
1990 में पहली बार केंद्रीय मंत्रिमंडल में बतौर कृषि मंत्री श्मिलि। 1991 में दूसरी बार लोक सभा के सदस्य चुने गये। लोक सभा में जनता दल के उपनेता बने। 2000 में सात दिन के लिए बिहार के मुख्यमंत्री बने। 2001-2004 तक वाजपेयी सरकार में रेलमंत्री बने। 2004 लोक सभा चुनाव नालंदा से जीते। 2005 में 15 साल पुरानी आजेडी की सत्ता को बेदखल किया। 2005 में बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर ताजपोशी। 2010 में विकास के नाम पर बिहार में फिर वापसी। 2014 में लोक सभा में पार्टी के खराब प्रदर्शन पर सीएम पद छोड़ा। 2015 में आजेडी के साथ गठबंधन की सरकार बनायी। जनता के बीच में सुशासन बाबू की छवि। न्याय के साथ विकास का नारा दिया। बिहार में लागू की पूर्ण शराबबंदी।
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।
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