पटना
सिटी। मां मरियम
की दर्शन का
महागिरजाघर है। एक
अल्पसंख्यक ईसाई समुदाय
के धार्मिक स्थान
है।ऐतिहासिक एवं पर्यटक
स्थल बिहार प्रदेश
कांग्रेस कमिटी के अल्पसंख्यक
प्रकोष्ठ के समन्वयक
सिसिल साह के
प्रयास से हो
पाया है। इसके आलोक
में चर्च की
पवित्रता एवं शांति
बनायें रखने में
योगदान देने का
आग्रह किया गया
है। वहीं चर्च
परिसर में किसी
तरह की भी
गाड़ी लगाना पर
सख्त पाबंदी है।
इसी तरह इधर - उधर चर्च
परिसर में नहीं
बैठने का निवेदन
किया गया है।
बाहर में हिदायत देने के बाद चर्च में दिखा असरः अभी तक
चर्च के परिसर
में आने वालों
को आवश्यक हिदायत
दी गयी। इसके
बाद चर्च के
अंदर असर दिखा।
चर्च में पूजा
अनुष्ठान और पर्यटन
करने वालों के
द्वारा चंदा दिया
जाता है। चंदा
देने वालों की
सहुलियत में बाक्स
रखा गया है।
आने वाले लोग
दान - दक्षिणा बॉक्स
में डाला जाता
है। कोई भगवान
के घर से
ही बॉक्स उठाकर
न ले जाए।
इसके लिए चंदा
बॉक्स को ही
जंजीर से जकड़
दिया गया है।
जंजीर से जकड़कर
ताला भी लगा
दिया गया है।
ऐसा कर देने
से कोई असामाजिक
तत्व बॉक्स को
उठाकर ले जाने
में असफल हो
जाएगा।
नहीं चाहते ' भगवान ' को कटघेरे में लानाः
चंदा बॉक्स की
रखवाली ' भगवान ' नहीं करेंगे।
सर्वज्ञात भगवान केवल चर्च
में ही नहीं
रहते हैं। वह
प्रत्येक जगहों में विराजमान
रहते हैं। अगर
चर्च में कोई
व्यक्ति चंदा बॉक्स
को उठाकर ले
जाएंगा तो उसके
कारण ' भगवान ' को
कटघेरे में नहीं
लाया जा सकता
है।वह तो इंसान
को चाहिए कि
कोई ठोस व्यवस्था
करें। यहां के
फादर ने कहा
कि आप बैंक
एवं कार्यालय में
जाकर देखेंगे तो
वहां वैधानिक चेतावनी
दी जाती है।
पॉकेट मारो से
सावधान ! हम चर्च
में लिख नहीं
सकते हैं। यह
तो सुरक्षात्मक व्यवस्था
है।
Alok
Kumar
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