Monday 30 June 2014

महिला सशक्तिकरण की दिशा में मधेपुरा जिले में हो रहा प्रयास





मधेपुरा। महिला सशक्तिकरण की दिशा में मधेपुरा जिले में जोरदार प्रयास हो रहा है। इसकी जानकारी कार्यालय सहायक अजय मांझी ने दी है। इस जिले के सिहेश्वर , शंकरपुर , गम्हरिया , मुरलीगंज , कुमारखंड , मधेपुरा , और ग्वालपाड़ा प्रखंड के दलित , महादलित और पिछड़ी जाति बहुल्य गांवों में सहयोगिनी और सहेली नामक कार्यकर्ताओं के द्वारा शानदार कार्य किया जा रहा है।
सहयोगिनी कार्यकर्ता के जिम्मे 10 गांवः महिला समाख्या , केन्द्र सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय के द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम है। इसके तहत महिला सशक्तिकरण किया जाता है। इस कार्यक्रम के अधीन सहयोगनी कार्यकर्ता को बहाल किया गया है। इनको 3 हजार रू . मानदेय दिया जाता है। प्रखंड के 10 गांवों में कार्य करना है। 25 सहयोगिनी कार्यकर्ता को बहाल किया गया है। इनको गांव घर में महिला समूह गठन करना है। स्वयं सहायता बचत समूह बनाना है। स्वास्थ्य , शिक्षा , सरकारी योजनाओं की जानकारी और लाभ दिलवाना है। सुबह दस से शाम पांच बजे तक इन्दु , पुनम , सरस्वती देवी , कामनी आदि के द्वारा विशेष एवं उल्लेखनीय कार्य किया जा रहा है। इनलोगों के कार्य करने से गांवघर की महिलाओं को काफी फायदा हो रहा है।
किशोरियों को सहेली बनातेः महिला सशक्तिकरण के तहत मधेपुरा जिले में 30 जगजगी केन्द्र खोला गया है। जगजगी केन्द्र को संचालित करने के लिए सहेली कार्यकर्ता बहाल किया गया है। इनको डेढ़ हजार रू . मानदेय दिया जाता है। एक केन्द्र में  13-14 साल की 20 किशोरियों और 20 ही महिलाओं को साक्षर किया जाता है। मात्रः 4 घंटे में किशोरियों और महिलाओं को गीत , नुक्कड़ नाटक , नारा आदि के माध्यम से जागरूक किया जाता है। इनको भी पढ़ना - लिखना , स्वास्थ्य , सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी जाती है। सहेली कार्यकर्ता के द्वारा किशोरियों को सहेली बनाकर उल्लेखनीय कार्य किया जा रहा है।

Alok Kumar

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