अब जूली
न्याय
की तलाश
में दरदर
भटकने को
मजबूर
हिलसा।
स्व. श्याम
अग्रवाल का
घर एकंगर
सराय,जिला
नालंदा में
है। इनके
पत्नी कमला
देवी और
पुत्र का
रिक्की कुमार
अग्रवाल है।
रिक्की कुमार
अग्रवाल की
शादी पटना
में जूली
देवी के
साथ हुई।
अभी रिक्की
कुमार अग्रवाल
ने अपनी
मां कमला
देवी के
सांठगांठ कर
दो कट्ठा
जमीन में
बने घर
बेच दी
है। इसमें
पतिदेव ने
अपनी पत्नी
जूली को
विश्वास में
न लेकर
विश्वासघात कर दिया है। अब
जूली न्याय की
तलाश में
दरदर भटकने
को मजबूर
हैं।
अनुमंडलाधिकारी,हिलसा के कार्यालय के मुख्य द्वार पर बैठीः अमला नारी जूली। जूली
देवी की
मां साथ
में है।
परेशान जूली
ने अपने
लाल को
सड़क पर
ही तोलिया
फैलाकर लिटा
दी हैं।
इस बालक
का जन्म
26 जनवरी,2014 को हुआ है। नन्हे
फरिश्ते का
नाम आजाद
है। इसके
पिताश्री का
नाम रिक्की
कुमार अग्रवाल
है। जो
एक नम्बर
के शराबी
है। इसी
ने मां-बेटे को
दरदर की
ठोकर खाने
योग्य बना
दिया है।
इस कार्यालय
के द्वार
से आवाजाही
करने वालों
को मां-बेटे की
परेशानिया झलकने लगती है। दोनों
को सहायता
देने के
लिए जूली
बूढ़ी मां
भी बैठी
हैं। जो
बदरंग थैले
में कागजात
रखी हैं।
अपने पतिदेव
के बारे
में जूली
देवी ने
कच्चा चिट्ठा
तैयार कर
रखी है।
इसमें बयान
में अबला
नारी की
दास्तान है।
जूली ने
अपने बयान
में आधी
आबादी नारी
के द्वारा
नारी को
रोड पर
ला देने
की सच्ची
कहानी लिखी
गयी है।
इतना होने
के बावजूद
भी सहजता
से घर
की आपबीती
कहानी को
बाजार में
उछालने को
तैयार नहीं
है। पूछने
पर कहा
गया कि
यूंहि मुख्य
गेट पर
बैठे हैं।
आखिरकार एक घंटे के बाद मामले को उजागर करने के लिए राजी हो गईः जूली देवी ने
नन्हा मासूम
को गोदी
में बैठाकर
फोटो खिंचवाई।
इसके बाद
संपूर्ण कागजात
का फोटो
स्टेट करके
भी दी।
संपूर्ण मामले
में जूली
देवी कहती
हैं कि
मैं जूली
देवी हूं।
पति का
नाम रिक्की
कुमार अग्रवाल
है। ग्राम
एकंगर सराय,
थाना एकंगर
सराय,जिला
नालंदा का
निवासी है।
मेरा पति
रिक्की कुमार
अग्रवाल और
सास कमला
देवी मारती
हैं। इसके
अलावे प्रताड़ित
भी करती
हैं। 30 जून,
2014 को एकंगर
सराय स्थित
मकान जो
मौजा एकंगर
सराय, थाना
संख्या 119, तौजी नम्बर 13483 खाता संख्या
209 तथा प्लॉट
संख्या 237 रकवा दो कट्ठा है।
मेरा पति
एवं सास
बेचने हेतु
हिलसा निबंधन
आफिस आये।
दोनों धमकी
दे रहे
थे कि
कि मकान
बेच देंगे।
यहां से
मकान बेचकर
भाग जाने
का भी
इरादा कर
लिए हैं।
इस कारण
भय हो
गया कि
मुझे बेघर
कर देंगे।
ऐसी स्थिति
में अपने
बच्चे के
साथ लेकर
कहां जाऊंगी?
मुझे भूखे
मरने की
नौबत आ
जाएगी। यह
पत्र जूली
देवी ने
अवर निबंधक
,हिलसा,नालंदा
को लिखा
है। उसमें
निवेदन किया
है कि
मेरे पति
एवं सास
कमला देवी
को जमीन
बेचने से
अविलम्ब रोकने
की कृपा
की जाए
ताकि हम
गरीब को
न्याय मिल
सके। इसी
तरह जूली
देवी ने
अनुमंडल दंडाधिकारी,हिलसा, नालंदा
को भी
पत्र लिखा
है। इसकी
प्रति अवर
निबंधक कार्यालय,
हिलसा, निबंधन
कार्यालय बिहार,
जिलाधिकारी नालंदा, थाना प्रभारी एकंगर
सराय को
सूचनार्थ एवं
आवश्यक कारवाई
हेतु प्रेषित
करने की
कृपा की
जाए।
अभी मकान बेच दिए हैं: जूली देवी
कहती हैं
कि दोनों
ने मिलकर
मकान बेच
दिए हैं।
अब उस
मकान को
खरीदने वाले
प्रवेश करने
नहीं देते
हैं। यह
घोर अपराध
हो गया
है। अब
इस मासूम
को लेकर
किधर जाएंगे।
मुझे इंसाफ
चाहिए। कोई
इंसाफ दिलवाने
वाले मसीहा
की तलाश
कर रही
हूं। जो
न्याय दिलवा
दें।
आलोक
कुमार
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