
साफ
लहजे में
कहा कि
मिड डे
मील का
प्रोविशजन नहीं किया गया है।
हां , एल . सी . टी
घाट में
अध्ययनरत बच्चों
को क्लास
समाप्ति पर
एक पॉकेट
बिस्कुट देते
हैं। वहीं
एलसीटी घाट
आवास से
बच्चों को
टेम्पो पर
ले जाने
और ले
आने की
व्यवस्था की
गयी है।
आप बेसक
कह सकते
हैं कि
इन बच्चों
का अच्छे
दिन आ
गए हैं।
टेम्पो पर
चढ़कर अच्छे
दिन आया
है।
अब
इस एनजीओ
वालों की
अग्नि परीक्षा
हैं। जो
महादलित मुसहर
समुदाय पर
मेहरबान बन
गए हैं।
एलसीटी घाट
की शीला
देवी कहती
हैं कि
हम एनजीओ
वाले का
स्वागत करते
हैं। हम
लोग बच्चों
को पढ़ाने
के लिए
कृतसंकल्प हैं। अब बच्चे रद्दी
कागज आदि
चुनने नहीं
जाते हैं।
स्कूल जाने
के पहले
नास्ता और
स्कूल टाइम
में टिफिन
तैयार करके
देते हैं।
बच्चों के
साथ अभिभावकों
की भी
जिम्मेवारी बढ़ गयी है।
Alok
Kumar
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