Saturday 29 November 2014

मानसिक तनाव की दौर से गुजर रही हैं छंटनीग्रस्त 148 महिलाकर्मी


13 दिनों के अंदर तीन बार 24 घंटे का अनशन करने वाली 
विभा कुमारी

मानसिक तनाव की दौर से गुजर रही हैं छंटनीग्रस्त 148 महिलाकर्मी

13 दिनों के अंदर तीन बार 24 घंटे का अनशन करने वाली विभा कुमारी
पटना। घर पलुहारा में, काम रौना में और सत्याग्रह पटना में। यह परिचय है विभा कुमारी का। विभा की शादी अनिश कुमार के संग हुई है। दोनों के 2 बच्चे हैं। हिमांशु राज की उम्र आठ साल है। अंजलि प्रिया पांच साल की हैं। दोनों पिताश्री के साथ ग्राम पलुहारा, पंचायत पलुहारा,प्रखंड गुरूआ और जिला गया में रहती हैं। माताश्री कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, रौना, बेलागंज,गया में कार्यरत हैं। इस विद्यालय की पूर्णकालिक शिक्षिका हैं। मानदेय 6 हजार रूपए प्राप्त होता है। 11 माह से मानदेय बकाया है। इस बीच नियोजन को अवैध कर रद्द कर दिया गया। 148 महिलाकर्मियों को छंटनी कर दी गयी है। इसके विरोध में 17 नवम्बर 2014 से 24 घंटे के सामूहिक जत्थेवार अनशन किया जा रहा है। 10 की संख्या में महिलाकर्मी 24 घंटे अनशन करती हैं। 13 दिनों के अंदर तीन बार 24 घंटे का अनशन विभा कुमारी कर चुकी हैं।

विभा कुमारी कहती हैं कि न्याय के साथ विकास का नारा देने वाली सरकार ने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में कार्यरत वार्डेन,शिक्षिा,रसोइया,रात्रि प्रहरी और आदेशपाल के साथ अन्याय कर दी है।इनकी सेवा स्थायी कर देनी चाहिए थी, वहीं नियोजन की सारी प्रक्रियाओं को पालन करने के उपरांत नियुक्त महिलाकमियों को जिसकी नियुक्ति  27 सितम्बर 2007 को की गयी थी। अब सभी 148 महिलाकर्मिंयों को हटा दी गयी हैं। अब हमलोग सड़क पर आ गए हैं। सरकार और नौकरशाहों के पास गुहार लगा-लगाकर थकहार गए हैं। अब हम जन्मजात रक्तहीनता की शिकार रहने वाली महिलाओं को अनशन करना पड़ रहा है। साल में एक बार महापर्व छठ के अवसर पर निर्जला उपवास किया जाता है। यहां तो तीन दिन के बाद ही अनशन पर बैठ जाना पड़ रहा है।

विभा कुमारी कहती हैं कि हमलोग मानसिक तनाव की दौर से गुजर रहे हैं। एक तरफ नौकरी से निकलने की और दूसरी तरफ परिवार की माली हालत चरमारा जाने की है। 27 सितम्बर 2007 से कार्यरत हैं। सरकार से नौकरी लेकर ही मानेंगे। हमलोग भारत की नारी हैं फूल नहीं चिंगारी है। जिन्दा रहकर सरकार से लड़ते रहेंगे। मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी से हस्तक्षेप करने की मांग की हैं।

आलोक कुमार


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