मां संजू कुमारी के साथ सुपुत्री साक्षी
कुमारी भी 60 घंटे के अनशन पर
आखिर किस गुनाह की सजा दी जा रही है साक्षी
को
अपनी दुधमुंही बच्ची साक्षी कुमारी को संजू देवी साथ लायी हैं। अनशन स्थल पर मां से लाडली बेटी साक्षी कुमारी दूध पीने की मांग रोकर आवाज बुलंद करेंगी। वहीं मां संजू देवी सरकार से 9 सूत्री
मांग
पूरी
करने
के
लिए
जोरदार
नारा
रूपी
हमला
बोलेंगी।
इस
तरह
की
कवायद
मां
के
द्वारा
अपने
बच्चों
का
वर्तमान
और
भविष्य
उज्जवल
करने
के
लिए
की
जा
रही
है।
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के समक्ष 9 सूत्री
मांग
को
लेकर
60 घंटे
का
अनशन
शुरू
किया
गया
है।
बिहार
राज्य
आई.सी.डी.एस. महिला पर्यवेक्षिका एवं कर्मचारी यूनियन का आह्वान पर 1 दिसम्बर
को
काला
बिल्ला
लगाकर
मांग
पर
जोर
डाला
गया।
अब
2 दिसम्बर
से
60 घंटे
का
अनशन
करना
शुरू
कर
दिया
गया
है।
4 दिसम्बर
को
विशाल
प्रदर्शन
किया
जाएगा।
बिहार राज्य आई.सी.डी.एस. महिला पर्यवेक्षिका एवं कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष विन्देश्वर सिंह और महासचिव पार्वती देवी ने अनशन स्थल पर बताया कि सरकार के द्वारा 38 जिले
के
प्रखंडों
में
कार्यरत
महिला
पर्यवेक्षिका
का
शोषण
किया
जा
रहा
है।
साढ़े
तीन
साल
से
कार्यरत
हैं।
बतौर
मानदेय
12 हजार
रू.
मिलते
हैं।
एक
महिला
पर्यवेक्षिका
के
अधीन
25 से
अधिक
आंगनबाड़ी
केन्द्र
का
पर्यवेक्षण
करना
पड़ता
है।
मोकामा
की
रंजू
कुमारी
कहती
हैं
कि
उनके
जिम्मे
72 आंगनबाड़ी
केन्द्र
है।
आंगनबाड़ी
केन्द्र
के
पर्यवेक्षण
करने
के
एवज
में
1000 रू.टी.ए.दिया जाता है। इस टी.ए.से अधिक ही खर्च करना पड़ता है।
द्वय नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को 9 सूत्री
मांग
स्मार-पत्र पेश किया गया है। अनुबंध पर कार्यरत महिला पर्यवेक्षिका को बिना शर्त सरकारी कर्मचारी का दर्जा देते हुए शीघ्र नियमित किया जाए। स्थायी महिला पर्यवेक्षिका के वेतन के समान तत्काल मानदेय राशि दिया जाए। परीक्षा के नाम पर हटाने की साजिश पर रोक लगाया जाए। पांच लाख रूपए का जीवन बीमा, दुर्घटना बीमा और स्वास्थ्य बीमा की सुविधा दी जाए। पेंशन ग्रेच्युटी , अनुकम्पा एवं सभी सामाजिक सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए। चिकित्सा सुविधा, विशेषावकाश एवं अर्जित अवकाश दी जाए। अतिरिक्त कार्य हेु अतिरिक्त भत्ता तथा आई.सी.डी.एस. के अलावा अन्य कार्य न लिया जाए। लम्बित मानदेय का शीघ्र भुगतान किया जाए और चयन रद्द -रिकवरी पर मिलने वाले अंक के आधार पर अवधि विस्तार सिस्टम बनाया जाए।
गांधी जी के राह पर चल रहे हैं। खुद ही तपस्या कर रहे हैं। जहानाबाद प्रखंड में संजू कुमारी कार्यरत हैं। आंदोलन करने को सरकार ने मजबूर कर दी है। अपनी दुधमुंही बच्ची साक्षी कुमारी को संजू देवी साथ लायी हैं। अनशन स्थल पर मां से लाडली बेटी साक्षी कुमारी दूध पीने की मांग रोकर आवाज बुलंद करेंगी। वहीं मां संजू देवी सरकार से 9 सूत्री
मांग
पूरी
करने
के
लिए
जोरदार
नारा
रूपी
हमला
बोलेंगी।
इस
तरह
की
कवायद
मां
के
द्वारा
अपने
बच्चों
का
वर्तमान
और
भविष्य
उज्जवल
करने
के
लिए
की
जा
रही
है।
उषा देवी, पूनम कुमारी,वंदना
कुमारी,संध्या सिंह,रीमा कुमारी, बबीता,हेमलता, प्रियंका, वंदना कुमारी,गार्गी गुंजन आदि की हालत खराब होने लगी है। जन्मजात रक्तहीनता की शिकार महिलाएं ने समाज कल्याण विभाग के मंत्री और सचिव से आग्रह किया है कि मांगों को जल्द से जल्द पूरा कर दें।
ठंड के समय में रजाई में दुबकी जन प्रतिनिधि और नौकरशाहों से आग्रह किया गया है। हम महिलाओं की स्थिति को देखकर मामले में हस्तक्षेप करें और मांग पूरी कर दें। आईसीडीएस,निदेशालय के निदेशक मौन धारण कर लिए हैं।
आलोक कुमार
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