Tuesday 2 December 2014

एम्स पटना से दीघा तक ऊपरी पुल सड़क निर्माण होने के कारण झोपड़ी उखड़ना तय


मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के कथनानुसार महादलित जमे रहेंगे


पटना। महादलित मुसहर समुदाय समेत गरीबों की झोपड़ियां उखड़ना तय है। हाल के दिनों में जनता जनार्दन को संबोधित करते समय मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा था कि आप लोग रहते हैं। वहां पर जमकर रहे। कोई झोपड़ी उखाड़ने आते हैं। तो उसकी सूचना मुख्यमंत्री को दें। अब तो शहर में रहने वालों को भी वासगीत पर्चा देने का निर्णय कर लिया गया है।

हालांकि एम्स से दीघा तक ऊपरी सड़क निर्माण करना है। जो पूर्व मध्य रेलवे के द्वारा निर्मित रेल सह सड़क सेतु से होकर सोनपुर की ओर चला जाएगा। अभी तक एम्स से लेकर बेलीरोड के किनारे रहने वाले लोगों की झोपड़ियों को तोड़ दी गयी है। इन प्रभावितों को न मुआवजा और न ही पुनर्वास की व्यवस्था की गयी। इससे साबित होता है कि जब झोपड़ी तोड़ने वाले आएंगे और झोपड़ी तोड़ने में कामयाब हो जाएंगे। केवल प्रभावित देखते ही रह जाएंगे।

इसके आलोक में बिहार सरकार और उनके नौकरशाहों का कर्त्तव्य बनता है कि एम्स पटना से दीघा तक झोपड़पट्टी में रहने वालों की सूची बनाकर जमीन देने की प्रक्रिया आरंभ कर दी जाए।महादलित सुरेन्द्र मांझी ने सरकार से आग्रह किया है। कि रामजीचक दीघा में गैर मजरूआ जमीन है। पटना सदर के सीओ को भेजकर जमीन का मुआयना करके लोगों के बीच में समान रूप से वितरण कर दें। ऐसा करने से महादलितों का कल्याण हो जाएगा। इसके बाद विकास की सीड़ी पर चढ़ने लगेंगे।

आलोक कुमार


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