आज ‘राख बुधवार’ भी है

इसके पहले ईसाई समुदाय ने 17 फरवरी को गोस्त और भूजा का पर्व मनाया।बिहार के पश्चिमी चम्पारण के ईसाई समुदाय ने गोस्त और भूजा का पर्व का लुफ्त उठाया।अब पश्चिमी चम्पारण से निकलकर गोस्त और भूजा पर्व का प्रसार देश-प्रदेश-विदेश में हो गया है। इसके साथ ही ईसाई समुदाय 18 फरवरी से 4 अप्रैल तक (रम) को छोड़ देंगे और ईसा मसीह के दुखभोग के गम में समा जाते हैं। दुखभोग की अवधि में प्रत्येक बुधवार और शुक्रवार को दोपहर में क्रूस का रास्ता होता है। इसके बाद 29 मार्च को खजूर इतवार आता है। 3 अप्रैल को गुड फ्राइडे है। इस दिन ईसा मसीह को क्रूस पर चढ़ाकर मार दिया जाता है। पवित्र बाइबिल के अनुसार ईसा मसीह मृतकों में से तीन दिनों के बाद पुनःजीर्वित हो जाते हैं। इसे ईस्टर कहा जाता है। ईस्टर संडे 5 अप्रैल को है।
आलोक कुमार
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