Wednesday 18 March 2015

कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में पदयात्रा


14 विपक्षी दलों के नेताओं ने महामहिम राष्ट्रपति को सौंपा ज्ञापन

भूमि अधिग्रहण संशोधन 2015 को राज्य सभा में पारित नहीं होने देंगे
नयी दिल्ली। कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में पदयात्रा करके राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को ज्ञापन सौंपा। 14 विपक्षी दलों के 26 नेताओं का शिष्टमंडल जाकर महामहिम को ज्ञापन दिया।
मौके पर विपक्षी नेताओं ने कहा कि यूपीए सरकार के समय में भूमि अधिग्रहण बिल 2013 को पारित करने में एनडीए ने भी सहयोग किया था। 31 प्रतिशत वोट लेकर सत्तासीन होने वाले मोदी सरकार ने भूमि अधिग्रहण संशोधन अध्यादेश लागू कर दिया। इससे विपक्षी लोग सकते में आ गए है। यूपीए सरकार के द्वारा निर्मित कानून में किए गए प्रावधानों को भूमि अधिग्रहण संशोधन 2015 से गायब कर दिया। इससे विपक्षी दल परेशान हो गए। देशभर के किसान आंदोलन करने पर उतारू हो गए हैं। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के नेतृत्व में जंतर-मंतर पर धरना दिया गया। युवा कांग्रेस और कम्युनिष्ट पार्टी पर भी धरना देने लगे।

बताते चले कि एनडीए सरकार के द्वारा लाए गए अध्यादेश की अवधि 5 अप्रैल को समाप्त हो जाएगी। इसको लेकर एनडीए सरकार परेशान हैं। हालांकि लोक सभा में 9 संशोधन करके संख्या बल से लोक सभा में विधेयक को पास कर लिया है। अब उसे राज्य सभा में पारित करना है। राज्य सभा के कुल संख्या 242 में विपक्षी दलों की संख्या 130 है। ऐसी परिस्थिति में भूमि अधिग्रहण संशोधन बिल 2015 पारित नहीं हो सकेगा। अब देखना है कि वर्तमान सरकार की ओर से क्या रणनीति अपनायी जा रही है?
आलोक कुमार

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