Thursday 2 April 2015

प्रेरितों की महारानी ईश मंदिर में 6 पुरूष और 6 महिलाओं का पैर धोया गया



तीन घटनाओं का रस्म अदायगी पूरा किया गया पवित्र वृहस्पतिवार 

डेनिस सान्तनु साह के घर पर हुआ अंतिम व्यालू 

पटना। ‘मैंने गुरू और प्रभु होकर भी धोये पैर तुम्हारे, तुने भी है धोना सबके जो है भाई तुम्हारे‘ मधुर गीत के बीच में 6 पुरूष और 6 महिलाओं का पैर धोया गया।संत माइकल उच्च विघालय के सामने स्थित प्रेरितों की महारानी ईश मंदिर के परिसर में 6 हजार की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। ईश मंदिर के प्रधान पुरोहित फादर जॉनसन केलकत, फादर अनिल मिंज,फादर सुशील साह ने मिलकर 12 शिष्यों का पैर धोया। पुराना और नया विधान में उल्लेख है कि ईसा मसीह के 12 शिष्य पुरूष थे। महिला शिष्या होने के बाद भी ईसा ने पुरूष को ही शिष्य माना और पैर धोया और अंतिम व्यालू का भोजन साथ में किया। यहीं लोग धर्मप्रचारक बने। जो ईसा के द्वारा पुरोहिताभिषेक भी किए गए। 

मौके पर प्रेरितों की महारानी ईश मंदिर के प्रधान पुरोहित फादर जॉनसन केलकत ने कहा कि आज बहुत महत्वपूर्ण दिन है। ईसा मसीह ने दीनहीन बनकर 12 शिष्यों का पैर धोए। उनसे अपेक्षा किए कि जिस प्रकार हम कर रहे हैं, उसी तरह संसारभर के लोगों के साथ किया करों। 12 शिष्यों को पुरोहित के रूप में पदोन्नत किए। जिसे पुरोहिताभिषेक कहा जाता है। 12 शिष्यों के साथ भोजन करके परमप्रसाद की स्थापना किए। यदुवंशी नगर,अल्पना रोड में स्थित एस.वी.पी.कॉनोनी में रहने वाले डेनिस सान्तनु साह के घर पर अंतिम व्यालू का भोजन किया गया।ईसा मसीह के प्रतिनिधित्व करने वाले शिष्य हैं, जिनका पैर इस साल धोया गया। सर्वश्री जेवियर लूईस, जय प्रकाश, राज कुमार, क्लारेंस हेनरी, रोबिन जोसेफ, रंजित बेनेडिक्ट और सुश्री सिस्टर वीणा,सिस्टर सोनिया,सिस्टर रेनेटा,सिस्टर अर्पणा,सिस्टर कैथरिन और सिस्टर सुरभि का पैर धोया गया। इस बीच मिस्सा पूजा के मध्य में श्रद्धालुओं के बीच में परमप्रसाद वितरण किया गया। 
मिस्सा खत्म होने के बाद श्रद्धालुगण देर रात तक परमप्रसाद के आराधना किए। मोहल्ला के अनुसार बांट परमप्रसाद का आराधना किया गया। 

आलोक कुमार


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