आप 350,300 और 250 रू.प्रति किलोग्राम मटन खरीद सकते हैं
आप अंडा 50, 60 और 65 रू.प्रति दर्जन खरीद सकते हैं
पटना।सुशासन बाबू का लगाम बाजार पर नहीं है। नेताओं के द्वारा जंगल राज का कोहराम मचाने के बाद सुशासन बाबू खार्की वर्दीधारियों को झिड़की दिए। आप जानते हैं कि गर्मी के दिनों में गरमा गए लोगों को कैसे नियत्रंण में लाया जा सकता है। हाँ,सुशासन बाबू झिड़की देने पर अपराध पर लगाम लग सकता हैं। अब आपको लोकल मार्केट पर भी लगाम लगाने की जरूरत है। आप खुद देख लें, मार्केट का क्या हाल है?विक्रेता तो मनमौजी हो गए हैं। अपने मन से समान बेचते हैं। दीघा में आपको मटन 350,
300 और 250 रू.प्रति किलोग्राम की दर से मिलेगा। उसी तरह आपको 50,
60 और 65 रू.प्रति दर्जन खरीदना पड़ेगा। जीर्वित मुर्गी की दर 140 रूपए
है।
स्कीन
के
साथ
180 और
बिना
स्कीन
के
200 रूपए
प्रति
किलोग्राम
खरीदना
पड़ेगा।
अब आप दाल की कीमत जान लीजिए। उड़द दाल 120,100 और
130 रू., चना दाल 66,64 और
65,
मूंग
दाल
130,110 और
120,
अरहर
दाल
110,100 और
110,
खेसारी
दाल
40,37 और
40 बिक
रहा
है।
मसूर
दाल
की
तीन
दुकानों
में
समान
दाम
82 रूपए
किलोग्राम
बिक
रहा
है।
खेसारी
दाल
से
निर्मित
कचड़ी
की
कीमत
1 रूपया
में
दो
और
1 रूपया
में
1 बिक
रहा
है।
इससे
साबित
होता
है
कि
सुशासन
बाबू
का
नियत्रंण
मार्केट
पर
नहीं
है।
इसके
कारण
मांसाहारी
और
शाकाहारी
परेशान
हो
उठे
हैं।
गरीबों
की
थाली
से
दाल
गायब
होने
के
बाद
मिट
भी
गायब
हो
रहा
है।
आलोक कुमार
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