धार्मिक
बुलाहट पर आधारित टेली फिल्म ‘अनंत जीवन’
निर्माण कर
हिन्दी
भाषी प्रदेशों में बिहार को अव्वल स्थान
गया। पटना
महाधर्मप्रांत का कार्यक्षेत्र संपूर्ण बिहार है। कार्य सुगमता के लिए पटना
धर्मप्रांत, बक्सर धर्मप्रांत, मुजफ्फरपुर धर्मप्रांत, बेतिया धर्मप्रांत, भागलपुर
धर्मप्रांत आदि बना दिया गया। पटना धर्मप्रांत की कुर्जी पल्ली में रहने वाले
विक्टर फ्रांसिस ने धार्मिक बुलाहट पर आधारित टेली फिल्म ‘अनंत जीवन’निर्माण कर हिन्दी भाषी प्रदेशों में
बिहार को अव्वल स्थान पर पहुँचा दिया है।
जीजस
प्रोडक्शन्स एवं अन्तर्राष्ट्रीय फिल्म सिनेमा एवं टेलीविजन की संस्था सिगनीस
इंडिया की प्रस्तुति है ‘अनंत जीवन’। फिल्म के निर्माता-निर्देशक विक्टर फ्रांसिस है। कहानीकार
मोनिका जेम्स, संपादन सईद जीया,संगीतकार आलोक झा,गीतकार
कृष्णा कुमार प्रसाद, पाशर््व गायन मधु रत्ना,आलोक झा एवं मनोज कुमार,कैमरा लाला और स्थिर चित्र विकास साहू हैं। मुख्य भूमिका में हैं सुषमा
राज। यह इनकी पहली फिल्म है। पटना के पेशेवर कलाकारों ने अहम भूमिका निभाकर फिल्म
को काफी दिलचस्प बना दी है। इन कलाकारों का नाम है अजीत कुमार, डाक्टर ओस्वाल्ड अंथोनी, नीभा श्रीवास्तव, आशा चौधरी,
सोनी पटेल, सिमरन ओस्ता,
ओसीन सिंह, नवीन चन्द्र और
डॉ. पी.के.सिन्हा हैं। राजधानी पटना में स्थित कई मिशनरी संस्थाओं की सिस्टरगण भी
भूमिका अदा की हैं। पवित्र शुक्रवार के दिन क्रूस रास्ता के दौरान ईसा मसीह की
भूमिका अदा करने वाले विक्टर फ्रांसिस आर्च बिशप की भूमिका निभा रहे हैं।
फिल्म की
लेखिका मोनिका जेम्स ने कहाः फिल्म की लेखिका हैं मोनिका जेम्स। मोनिका कहती हैं
कि बुलाहट पर आधारित फिल्म का निर्माण कर जीजस प्रोडक्शन्स ने एक वातावरण निर्माण
करने की कोशिश की है, जिसका प्रभाव निश्चित तौर पर पटना
महाधर्माप्रांत की कलीसिया पर अवश्य ही पड़ेगा। आज की युवा पीढ़ी धार्मिक बुलाहट के
लिए प्रेरित होंगे। अभी तक जीजस प्रोडक्शन्स ने 21 फिल्मों का निर्माण किया है। इनमें देखो सान्ता आया, नदी मिलेगी सागर से, फैशन,
हैप्पी क्रिसमस,फर्ज,
रिश्ते,सलीब और हम,
विकलांगता अभिशाप नहीं,शक आदि फिल्मे हैं। 22 वां अनंत जीवन
है। इनमें कई फिल्मों का प्रसारण पटना दूरदर्शन केन्द्र एवं स्थानीय चैनलों पर
किया जा चुका है। जीजस प्रोडक्शन्स से पहली बार जुड़ी हूँ। फिल्म के
निर्माता-निर्देशक विक्टर फ्रांसिस ने मेरी लेखनी के साथ पूरा न्याय किया है।
कहानी को कलाकारों ने आत्मसाथ करते हुए अपनी भूमिका को पूरी ईमानदारी से निभाया
है।
क्या कहते
हैं फिल्म के निर्माता-निर्देशक विक्टर फ्रांसिसः इनका कहना है कि ‘अनंत जीवन’ फिल्म धार्मिक
बुलाहट पर आधारित है।इस विषय पर भारत के हिन्दी भाषी राज्यों में बिहार राज्य
अव्वल है। जो फिल्म निर्माण कर कामयाबी का पताका लहरा दिया है। इस पर बिहार के
पटना धर्मप्रांत का गर्व है। पटना महाधर्मप्रांत के युवक-युवतियों को धार्मिक
बुलाहट के लिए प्रेरित करने एवं वातावरण निर्माण करने में कामयाब होगा। आजकल
युवक-युवतियाँ फादर/सिस्टर बनने में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। इन लोगों का मोहभंग
हो जाने से फादर/सिस्टरों की संख्या घटती जा रही है। जो पटना महाधर्मप्रांत के लिए
चिंता का विषय बन गया है। उनका मानना है कि अब परिस्थितियों में बदलाव होगा।
मिशनरी स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चे टेली फिल्म ‘अनंत जीवन’ देखकर बुलाहट
पहचान करके फादर/सिस्टर बनने आएंगे। भौतिकवादी युग में संयासी जीवन जीना
चुनौतीपूर्ण कार्य भी है। हमलोगों का प्रयास है कि उचित वातावरण तैयार हो सके।
आलोक
कुमार
No comments:
Post a Comment