विकलांग हैं चन्द्रेश्वरी सिंह
वर्ष 2014 से 2015 तक मानदेय भुगतान नहीं |
मधेपुरा। विकलांग हैं चन्द्रेश्वरी सिंह। इनकी पत्नी इंदुला देवी और बेटी सुलेखा कुमारी हैं। रसोईया के पद पर उत्क्रमिक मध्य विघालय, नौनिया टोला, कुमारखंड, मधेपुरा में कार्यरत हैं। वर्ष 2014 से 2015 तक मानदेय भुगतान नहीं किया जा रहा है। शिक्षा समिति के अध्यक्ष सूर्य नारायण सिंह और सचिव गीता देवी की मनमर्जी से रसोईया को 24 माह से मानदेय नहीं मिल पा रहा है।वहीं विकलांग चन्द्रेश्वरी सिंह को सामाजिक पेंशन नहीं मिलता है। विकलांगता 40 प्रतिशत है। मधेपुरा जिले के डीएम से आग्रह है कि इनलोगों को मानदेय दिलवाने का कष्ट करें।
मंगलवार
को सहरसा, मधेपुरा, सुपौल, सीतामढ़ी, शिवहर, पटना, पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, शेखपुरा और वैशाली जिले के रसोईया
आकर बिहार राज्य मध्याह्न भोजन रसोईया संयुक्त संघर्ष के बैनर तले तीन दिवसीय
महाधरना सह प्रदर्शन में हिस्सा लिए। उत्क्रमिक मध्य विघालय, नौनिया टोला, कुमारखंड,
मधेपुरा में कार्यरत इंदुला देवी और सुलेखा कुमारी भी
आयी थीं। इंदुला देवी का पति चन्द्रेश्वरी सिंह भी आए थे। सुलेखा कुमारी के
पिताश्री चन्द्रेश्वरी सिंह हैं। चन्द्रेश्वरी सिंह और इंदुला देवी के पांच संतान
हैं। 3 लड़की और 2 लड़के हैं। 2 लड़कियों की शादी हो गयी है। सुलेखा
कुमारी अविवाहित हैं। विघालय परित्याग कर दिल्ली जाकर प्रदीप कुमार कार्यरत हैं।
वहीं उत्क्रमिक मध्य विघालय, नौनिया टोला,
कुमारखंड, मधेपुरा में नवीन
कुमार अध्ययनरत हैं। आठवीं कक्षा में पढ़ते हैं। स्कूली बच्चों को पाठ्य पुस्तक
नहीं दी गयी है। छात्रवृति नहीं मिलने से आक्रोशित बच्चे विघालय में तालाबंदी कर
रखे हैं। 30 दिनों से तालाबंदी जारी है।
रसोईया
इंदुला देवी कहती हैं कि वर्ष 2014 से 2015 तक मानदेय नहीं मिल पा रहा है। शिक्षा समिति के अध्यक्ष
सूर्य नारायण सिंह आदेश निर्गत नहीं करते हैं। वहीं सचिव गीता देवी मानदेय स्वीकृत
नहीं करती हैं। अध्यक्ष और सचिव की मिलीभगत से रसोईया को हटाने की साजिश रची गयी
है। इस लिए मानदेय भुगतान नहीं किया जा रहा है।
विकलांग
चन्द्रेश्वरी सिंह का कहना है कि उनको सामाजिक सुरक्षा पेंशन नहीं मिलता है।
विकलांगता 40 प्रतिशत है। कई बार प्रयास किया गया।
मगर पेंशन नहीं मिला। मधेपुरा जिले के डीएम से आग्रह है कि इनलोगों को मानदेय
दिलवाने का कष्ट करें।
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