Sunday, 6 September 2015

तीन साल कार्य करने के बाद नौकरी से बाहर



लोक शिक्षक के पद पर 
मात्र एक हजार रू.मानदेय पर 2003 में बहाली

बिहार प्रदेश लोक शिक्षण संघ,बिहार के बैनर तले आंदोलन

पटना। पटना जिले के विक्रम प्रखंड में रहते हैं जितेन्द्र सिंह। लोक शिक्षक के पद पर 2003 से 2006 तक कार्यरत। कार्य अवधि का भुगतान पंचायती राज व्यवस्था के तहत नगद या चेक के माध्यम से भुगतान होता रहा। लोक शिक्षकों को बिहार सरकार की ओर से हटाने के बाद माननीय पटना उच्च न्यायालय में दायर सी.डब्ल्यू.जे.सी.नम्बर - 14493/08 के पारित न्यायादेश दिनांक - 21.03.2012 लोक शिक्षक के पक्ष में बिहार सरकार के प्रधान सचिव को दिया गया। माननीय पटना उच्च न्यायालय के न्यायादेश को नौकरशाहों ने ठेंगा दिखा दिया। जिसके कारण लोक शिक्षक लगातार 2006 से संघर्षशील हैं। मात्र एक सूत्री मांग है कि लोक शिक्षक को पंचायत शिक्षक में समायोजन कर दें।


आलोक कुमार

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