Tuesday, 8 September 2015

ईसा मसीह की मां मरियम का जन्मोत्सव

छोटे-छोटे बच्चे फूलों की पंखकुरी को
माता मरियम के आदर में समर्मित करती जा रही 
माता मरियम का 2040 वां जन्मोत्सव मनाया गया

माता मरियम का जन्म 8 सिरम्बर 2040

पटना।ईसा मसीह की मां मरियम का जन्म दिन 8 सितम्बर को मनाया गया।माता मरियम का 2040 वां जन्मोत्सव मनाया गया। ईसाई धर्मशास्त्रों में और ईसाई पंडितों के पास माता मरियम के बारे में हैप्पी बर्थ डे और हैप्पी बर्थ डे मंथ के बारे में जानकारी रखते हैं। उन्हें बर्थ डे ईयर के बारे में जानकारी नहीं है। खैर, माता कलीसिया के द्वारा 8 सितम्बर को माता मरियम का जन्म दिन बनाया जाता है।

इस संदर्भ में प्रेरितों की रानी ईश मंदिर के प्रधान पुरोहित फादर जोनसन का कहना है कि हालांकि माता मरियम के जन्मोत्सव के बारे में जानकारी नहीं है। हां, सिर्फ इतना कह सकते हैं कि ईसा मसीह का जन्म 25 दिसम्बर 2015 को हुआ। इसमें सहजता से 25 साल जोड़कर माता मरियम का जन्म 8 सिरम्बर 2040 कह दिया।

माता मरियम का 2040 वां जन्मोत्सव मनाया गया।संत माइकल उच्च विघालय के सामने स्थित है प्रेरितों की रानी ईश मंदिर।इस ईश मंदिर के परिसर में ही भक्तगण उपस्थित हुए। डोली में मोकामा की मां मरियम सवार थीं। मां मरियम को आकर्षक ढंग से चुनरियों से सजाया गया। समय होने पर माला विनती शुरू की गयी। माला विनती की एक भेद समाप्त होने के बाद डोली को कंधा देकर उठाया गया। डोली के सामने छोटे-छोटे बच्चे फूलों की पंखकुरी को माता मरियम के आदर में समर्मित करती जा रही थीं। इसके पीछे भक्तगण चल रहे थे। प्रार्थना और गाना गाकर भक्तगण चल रहे थे। इसके बाद ईश मंदिर में पहुंचे। वहां पर धार्मिक अनुष्ठान अदा किया गया। धार्मिक अनुष्ठान के दौरान ईसाई भक्तगणों को परमप्रसाददिया गया।

डोली में मोकामा की मां मरियम सवार 
इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान से धर्मराज ने जानकारी दी है कि माता मरियम का जन्मोत्सव मनाया गया। काफी संख्या में लोग उपस्थित रहे। धर्मराज का कहना है कि ईसाई कलीसिया में माता मरियम का स्थान सर्वोपरि है। पवित्र धर्मग्रंथों में कई जीवंत कहानी है उसमें माता मरियम के क्रियाकलापों को उजागर किया गया है। माता मरियम ने ईसा मसीह को हस्तक्षेप करके का आह्वान किया है। जो कारामात साबित हुआ।

आज भी ईसाई भक्तगण माता मरियम के पास जाकर विनती करते हैं। अपनी समस्याओं का समाधान करने को कहते हैं। माता मरियम की मध्यक्षता से ही ईसाई भक्तों की समस्या दूर हो जाती है। इसका स्पष्ट परिणाम है कि यू.पी.,बिहार,झारखंड आदि जगहों में माता मरियम के वार्षिक यात्रा में शिरकत करते हैं।

मौके पर फादर सुशील साह, फादर एंड्रु, स्टेला साह, क्लारेंस हेनरी, विक्टर हेनरी, पप्पू बिलियम आदि उपस्थित रहे।

आलोक कुमार

No comments: