गनौरी कुमार ने पिताश्री सोहन मांझी को मुखाग्नि दिए |
पटना। महादलित मुसहर समुदाय के स्व. राजेन्द्र मांझी का घर नासरीगंज मुसहरी (बिस्कुट फैक्ट्री रोड) में है। उनका पुत्र सोहन मांझी (45 साल)हैं। सोहन मांझी का विवाह शनिचरी देवी के संग हुआ है। दोनों के शरीर से 6 बच्चे
हुए।
1 लड़की
और
1लड़का की मौत हो गयी है। 2 लड़की
और
2 लड़के
जीर्वित
हैं।
पटना
सदर
प्रखंड
के
उत्तरी
मैनपुरा
ग्राम
पंचायत
में
स्थित
एल.सी.टी.घाट, गंगस्थली मुसहरी में सोहन मांझी का श्सुराल है। नासरीगंज में रहने वाले भीम सिंह का सोहन मांझी हलवाहा है। शेरपुर में जाकर वह हलवाहा का कार्य करता था।
सोहन को दूध-भात दिया गया |
बताया गया कि शनिचरी देवी मैयके चली गयी थीं।एल.सी.टी.घाट से पत्नी को लाने के ख्याल से सोहन मांझी 13 अक्टूबर
को
शेरपुर
से
नासरीगंज
घर
पर
आया।कुछ
देर
ठहरने
के
बाद
एल.सी.टी.घाट चला गया। वहां पर पहुंचकर खान-पान किया।तबतक काफी देर शाम हो चुकी।करीब 9 बज
गया
था।
शनिचरी
देवी
की
दीदी
तारामुनि
देवी
ने
कहा
कि
हमलोग
सोच
रहे
थे
कि
अर्जुन
मांझी
के
घर
में
जाकर
रात्रि
विश्राम
करेंगे।
ऐसा
न करके सीधे घर (नासरीगंज) रवाना होने चले गए। इस बाबत सोहन मांझी घर वालों को जानकारी नहीं दी।
कुछ घंटे के बाद पटना-दीघा-दानापुर मैन रोड के एल.सी.टी.घाट रोड पर शोर होने लगी। एक व्यक्ति की मौत ट्रक से धक्का लग जाने से दर्दनाक मौत हो गयी है। घर से निकलकर आम लोग रोड पर आ गए। व्यक्ति का सिर ही बचा था। बाकी शरीर कुचला गया। घटना स्थल पर ही दम तोड़ दिया था। तबतक लोगों ने पहचान कर लिए कि वह सोहन मांझी ही है।
परिजनों के आने के बाद
विलाप करती शानिचरी देवी
|
इस बाबत पाटलिपुत्र थाना को सूचना दी गयी। मौके पर पहुंचकर थाना पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। 14 अक्टूबर
को
पोस्टमार्टम
करने
के
बाद
सोहन
मांझी
को
मिट्टी
के
हवाले
कर
दिया
गया।
गंगा
किनारे
शव
को
दफना
दिया
गया।
गरीबता
के
कारण
हिन्दू
होने
के
बाद
भी
शव
को
दफना
दिया
गया।
शनिचरी
देवी
के
पुत्र
गनौरी
कुमार
ने
पिताश्री
सोहन
मांझी
को
मुखाग्नि
दिए।
15 अक्टूबर
को
सोहन
को
दूध-भात दिया गया। सोहन मांझी के आदतानुसार दारू,सिगरेट,गांजा,खैनी आदि भी दिया गया।
उत्तरी मैनपुरा ग्राम पंचायत के सदस्य परमेश्वर
मांझी ने राज्य अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष विद्यानंद विकल से आग्रह किए है कि
हलवाहा सोहन मांझी को सरकारी मापदंड के अनुसार मुआवजा उपलब्ध कराएं।
आलोक कुमार, मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।
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