Saturday 9 April 2016

बैठक 2015-2016 तथा पूर्व में अबतक किये गये कार्यों एवं उपलब्धियों का विवरण


‘अच्छी बात है कि इन दिनों बिहार राज्य अल्पसंख्यक आयोग द्वारा अल्पसंख्यक ईसाई कल्याण संघ की मांगों में से दो मांगों को केन्द्रीय अल्पसंख्यक आयोग में रखा गया है। लेकिन यह दुःख की बात है कि इस संघ द्वारा उठाई गयी मांगों पर पिछले 6 सालों से बिहार राज्य अल्पसंख्यक आयोग में बैठे हुए पदाधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया और न संघ को जवाब देना उचित समझा।’

अल्पसंख्यक ईसाई कल्याण संघ,पटना की वार्षिक बैठक सेवा केन्द्र में संपन्न हुई। सर्वप्रथम अध्यक्ष एम्ब्रोस पैट्रिक ने पटना के विभिन्न क्षेत्रों से आये उपस्थित सभी सदस्यों का स्वागत किया तथा संघ द्वारा अबतक किये गये कार्यों की सदस्यों द्वारा प्रशंसा करने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। कोषाध्यक्ष द्वारा 2015-2016 के आय-व्यय का ब्यौरा पेश किया गया। जिसे सर्वसम्मति से सदस्यों द्वारा पारित किया गया। संघ के सचिव एस0के0लौरेंस ने 2015-2016 में संघ द्वारा किये गये कार्यों एवं उपलब्धियों की जानकारी देते हुए समय-समय पर सदस्यों द्वारा प्राप्त सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया कि काफी मेहनत और संघर्ष करने के बाद संघ को खड़ा किया गया है। समय-समय पर चंद स्वार्थी लोगों द्वारा संघ को बदनाम करने तथा कार्यों में रूकावट डालने की कोशिश करने के बावजूद संघ द्वारा किये जा रहे निःस्वार्थ तथा सकारात्मक कार्यों की वजह से ही समुदाय के लोगों का संघ के प्रति काफी विश्वास बढ़ा है। जिसकी वजह से बिहार के अन्य शहर में संघ की शाखा कार्य कर रही है तथा विश्वास जताया कि हमलोग रहें या न रहें भविष्य में आपलोगों जैसे निःस्वार्थ सहयोग करने वाले सदस्यों के बदौलत यह संघ भविष्य में उनके अच्छे कार्यों के बदौलत आगे बढ़ती जाएगी। महाधर्माध्यक्ष ने भी संघ द्वारा किये जा रहे कार्यों की प्रसंशा कर पत्र दिया है। 
संघ ने अबतक तथा हाल में जो कार्य किये हैं, जिनमें सफलता पाई है तथा समय-समय पर सरकार के समक्ष ईसाई समुदाय की समस्याओं के समाधान ,आवश्यकताओं की पूर्ति तथा भागीदारी के लिए पत्राचार किया है, उसकी जानकारी दी जा रही है।
1. ईसाई विघार्थियों की छात्रवृति प्राप्ति के लिए फार्म भरवाने में सहयोग किया।

2. चर्चों तथा ईसाइयों की सुरक्षा के लिए केन्द्र तथा सरकार को पत्र लिखा गया। प्रसन्नता की बात है कि बिहार सरकार ने  इसके लिए बिहार के सभी थानों एवं संबंधित अधिकारियों को निर्देश जारी किया।

3. क्रिसमस गेट टू गेदर का सफल आयोजन कर समाज एवं धार्मिक कार्यों में सहयोग करने वाली महिलाओं तथा युवाओं को  सम्मानित कर उपहार दिया गया और जरूरतमंदों में कम्बल तथा कपड़ा वगैरह वितरित किया गया।

4. गरीब विघार्थियों तथा बुजुर्गों को आंशिक रूप से आर्थिक सहयोग किया गया।

5. मोकामा तीर्थ यात्रा के लिए रियायत दर पर बस की व्यवस्था की गयी।

6. चालीसा के दौरान ईसाई बहुल्य इलाकों के कई घरों तथा चर्चों में ‘ मुसीबत’ नामक भजन का सफल आयोजन किया  गया। जो समुदाय द्वारा सराहा गया तथा इसके लिए संघ के सदस्यों तथा समुदाय के लोगों को पूरा सहयोग प्राप्त हुआ।

7. बिहार के मुख्यमंत्री जी से दिसम्बर में क्रिसमस के अवसर पर मुलाकात कर, कुर्जी चर्च में किसी खास त्योहार पर  समदाय के बीच आने के लिए आमंत्रित किया गया।जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है। इसकी जानकारी कुर्जी के पैरिश  प्रीस्ट को दे दी गयी। अब पैरिश प्रीस्ट के ऊपर निर्भर है।

8. बेतिया के संत टेरेसा उच्च विघालय के शिक्षकों की रूकी हुई तनख्वाह को दिलवाने में सहयोग किया गया।

9. संघ की मांग को स्वीकारते हुए मुख्यमंत्री जी ने ईसाई व्यक्ति को बिहार राज्य अल्पसंख्यक आयोग में उपाध्यक्ष के पद पर मनोनीत किया।

10. ईसाई बहुल्य इलाके जैसे कुर्जी, दीघा,बांसकोठी,फेयर फील्ड कॉलोनी,एक्स0टी0टी0आई0,न्यू पाटलिपुत्र कॉलोनी तथा लोदीपुर वगैरह इलाकों के रोड एवं नालियों को बनाने के लिए पत्र लिखा गया।

11. ईसाई समुदाय की समस्याओं का समाधान तथा उन्हें भागीदारी प्रदान करने, जेरूसलम की तीर्थ यात्रा हेतु अनुदान राशि उपलब्ध कराने, दलित ईसाइयों को आरक्षण दिलाने में सहयोग करने,जाति प्रमाण-पत्र सुगमता पूर्वक बनाने, आवश्यकतानुसार बिहार के कब्रिस्तानों की घेराबंदी करने तथा अतिक्रमित कब्रिस्तानों को मुक्त कराने, महिला आरक्षण में ईसाई महिलाओं को आरक्षण प्रदान करने,जरूरतमंद महिलाओं को प्रशिक्षण दिलाने, युवाओं को आवश्यक प्रशिक्षण दिलवाने तथा रोजगार की व्यवस्था करने, अल्पसंख्यक ईसाइयों के विघालयों का रजिस्ट्रेशन करने,पादरी की हवेली महागिरजाघर को धरोहर (हेरिटेज) के रूप में मान्यता प्रदान कराने, ईसाई बहुल्य इलाकों में आवश्यकतानुसार लाइट तथा कम्युनिटी हॉल की व्यवस्था करने, बांसकोठी स्थित मां मरियम के ग्रोटो को सुरक्षित रखने के लिए भवन का निर्माण करने, नौकरी, पेशा ईसाइयों को उनके कार्य स्थल पर सुरक्षा तथा उनके सम्मान की रक्षा करने, अल्पसंख्यकों के लिए चलाए जा रहे कल्याणकारी योजनाओं में भागीदारी प्रदान करने, जरूरतमंद बुजुर्गों को चिकित्सा तथा पेंशन की सुविधा देने इत्यादि कई अन्य मांगों को 2010 से 2016 के बीच आवश्यकतानुसार संबंधित बिहार,केन्द्र सरकार, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री,बिहार एवं नयी दिल्ली, बिहार राज्य अल्पसंख्यक आयोग या केन्द्रीय अल्पसंख्यक आयोग को पत्र लिखकर मांग की जा चुकी है। अच्छी बात है कि इन दिनों बिहार राज्य अल्पसंख्यक आयोग द्वारा अल्पसंख्यक ईसाई कल्याण संघ की मांगों में से दो मांगों को केन्द्रीय अल्पसंख्यक आयोग में रखा गया है। लेकिन यह दुःख की बात है कि इस संघ द्वारा उठाई गयी मांगों पर पिछले 6 सालों से बिहार राज्य अल्पसंख्यक आयोग में बैठे हुए पदाधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया और न संघ को जवाब देना उचित समझा। उम्मीद करते हैं कि वर्तमान पदाधिकारी इन बातों पर ध्यान देंगे। संघर्ष, ईमानदारी,मेहनत,निःस्वार्थ तथा सच्ची लगन के बदौलत ही आज यह संघ सफलतापूर्वक कार्य कर रही है। यह संघ अपने ईसाई समुदाय तथा चर्च के हित के लिए सदा कार्य करती आ रही है। इसमें आपके निःस्वार्थ आर्थिक,शारीरिक सहयोग एवं उचित सुझावों की अहम भूमिका रही है। यह संघ चर्चों ,धर्म गुरूओं धर्म बहनों तथा ईसाई समुदाय की सुरक्षा तथा उनके प्रति हो रहे अत्याचार के प्रति सदैव आवाज उठाती आ रही है। हम विश्वास करते है कि भविष्य में गुमराह करने वालों से सावधान रहते हुए सदस्यता बढ़ाने तथा संघ को और ज्यादा सहयोग करने में आपकी सहभागिता प्राप्त होती रहेगी तथा यह संघ अपने समुदाय के लिए और भी सकारात्मक कार्य करता रहेगा।


आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।

No comments: