Wednesday 13 April 2016

‘आने वाले को आने नहीं देते और जो आ भी जाते हैं तो उसे जीने नहीं देते’

पटना। इन दिनों काफी प्रचलित है कि आने वाले को आने नहीं देते और जो भी जाते हैं तो उसे जीने नहीं देते।यहीं प्रचलित कथन अभागिन लड़की के साथ चरितार्थ हुई है। सर्वविदित है कि किसी ममतामयी माँ ने ही लड़की को जन्म दी होगी। इस लड़की के जन्म लेते ही घर में खुशियां बिखरने के बजाए घर में मातम ही छा गया।

सर्वेश्रवर ने लड़की की बनावट में अन्तर कर दिया। सामान्य शारीरिक वाले हाथ में असामान्य हाथ दिखायी दी। दाहिनी हाथ में काफी हार्मोन भर दिया। हरेक दिन हार्मोनयुक्त हाथ में मांस की वजन बढ़ने लगी। इससे परिजन घबरा गये। इस तरह की कुदरती देन को घर वाले सहन नहीं कर सके। रात के अंधेरे में परिजनों ने घर में अंधेरा और मातम प्रसार करने वाली लड़की को घर में पनाह नहीं देने का निश्चय किया। नौ महीने कोख में रखने और प्रसव पीड़ा सहने वाली माँ ने अपनी लाडली को दूध का रिश्ता तोड़ दिया। अन्य पारिवार के लोग मानवता और पारिवारिक स्नेह को तार-तार कर दिया। उसे पीएमसीएच के मुख्य द्वार पर जाकर रख छोड़ा।

भगवान भास्कर के आगमन के साथ ही मुख्य द्वार पर पड़ी लड़की की आवाज सुनकर लोग भीड़ लगा दिये। किसी ने झट मोबाइल से मानवता की सेवा करने वाली अन्तराष्ट्रीय संस्था मिशनरी ऑफ चैरिटी की सिस्टरों को जानकारी दे दी। सूचना पाकर मौके पर संत टेरेसा की सिस्टर पहुँची। सारी औपचारिकता निर्वाह करने के बाद लड़की को पटना सिटी स्थित अनाथालय ले गये। वहाँ पर कठोर माँ के बदले दयालु सिस्टरों का प्यार मिलने लगा। वहाँ पर उसे एक नया परिवार मिला। और तो और एक नया नाम भी मिला। संसार के मुक्तिदाता प्रभु येसु ख्रीस्त की माँ मरियम के नाम दिया गया। और लड़की का नाम मरियम रखा गया।

मिशनरी ऑफ चैरिटी की सिस्टरों ने मरियम की हालत देखी। यह निश्चय किया गया कि एल0सी0टी0घाट में स्थित महावीर वात्सल्य अस्पताल में मरियम को दिखाया जाय। यहाँ के शिशु रोग विशेषज्ञ सह विभागाध्यक्ष डाक्टर राकेश के परामर्श पर मरियम को भर्त्ती किया गया। अस्पताल की परिचारिकाओं के अनुसार मरियम की आयु तीन माह की है। वह अस्पताल में डेढ़ माह से भर्त्ती हैं। आज शनिवार को मरियम को छुट्टी मिल गयी है। मिशनरी ऑफ चैरिटी की सिस्टरों ने 9 हजार 975 रू0 भुगतान किया।

अब मरियम का इलाज शेखपुरा में स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान,पटना में भर्त्ती किया जाएगा है। यहाँ पर मरियम का ऑपरेशन होगा। प्लास्टिक सर्जरी कर दाहिनी हाथ में भरे हार्मोन वाले मशल को निकाल देंगे। कई बार ऑपरेशन किया जाएगा।

आलोक कुमार

मखदुमपुर बगीचा, दीघा घाट,पटना।

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