Monday 18 July 2016

शाहपुर पल्ली के देवाशीष हैं येसु समाज में जाने वाले प्रथम व्यक्ति

बक्सर धर्मप्रांत के शाहपुर पल्ली में है चर्च ऑफ संत मेरी माग्देलेना

पटना। बक्सर धर्मप्रांत में है शाहपुर पल्ली। इस पल्ली में चर्च ऑफ संत मेरी माग्देलेना गिरजाघर है। इसी गिरजा में धर्मावलम्बी प्रार्थना और मिस्सा सुनने जाते हैं। इसी शाहपुर पल्ली में डिक्केन देवाशीष प्रसाद का जन्म 12 अक्तूबर 1980 को हुआ। बचपन से ही देवाशीष काफी धर्मभीरू स्वभाव के थे। अपने घर में ही बच्चों के साथ मिस्सा-मिस्सा खेल खेला करते थे। यहां पर कार्यरत फादर और सिस्टरों से भी देवाशीष को प्रोत्साहन मिलने लगा। इसका नतीजा सामने आया। धार्मिक समाज की ओर पग बढ़ा दिये। अन्तर्राष्ट्रीय संस्था ‘येसु समाज’ में 1 जुलाई 2001 में प्रवेश कर लिये। उस समय मात्रः 21 वर्ष के थे। शाहपुर पल्ली से धार्मिक संस्था में प्रवेश करने वाले अव्वल देवाशीष प्रसाद हैं। जो स्वर्णीम इतिहास रच दिया। 


वर्ष 1945 में चर्च की स्थापना की गयीः शाहपुर पल्ली में ईश्वर के आश्रय की स्थापना 1945 में की गयी। इसका नामकरण किया गया। चर्च ऑफ संत मेरी माग्देलेना। कोई 1615 ईसाई धर्मावलम्बी रहते हैं। यहां पर येसु समाज और आईबीएमव्ही की सिस्टर कार्यरत हैं। स्कूल और हॉस्पीटल है। क्रूसवीर,महिला संघ,पैरिश कॉउंसिल,वाईसीएस और संत विन्सेंट डी पौल समाज कार्यशील है।  

आप इसे दुर्भाग्य कहेंगे की सौभाग्य? चर्च की स्थापना के 71 साल के बाद शाहपुर पल्ली से देवाशीष प्रसाद का पुरोहिताभिषेक होगा। यह कयास लगाया जा रहा है कि जन्म दिन के 36 साल के बाद अक्तूबर माह में देवाशीष पुरोहित बनेंगे? ऐसा होने से शाहपुर पल्ली के इतिहास स्वर्णीक इतिहास में शुमार हो जाएगा। यह भी कयास लगाया जा रहा है कि देवाशीष को देखकर अन्य युवाजन भी विभिन्न धर्मसमाजों में धड़ल्ले से प्रवेश करना जारी कर देंगे?

प्रेरितों की रानी ईश मंदिर में ‘डिक्केन’रूप में स्वागतः रविवार को शाहपुर पल्ली के धरती पुत्र देवाशीष प्रयास का शानदार स्वागत किया गया। पुरोहिताभिषेक के पहले देवाशीष ‘डिक्केन’ के रूप में कार्य करेंगे। धार्मिक अनुष्ठान के समय ‘पुरोहित’ को सहयोग करेंगे। केवल प्रभु येसु ख्रीस्त के रक्त और बदन का बलिदान नहीं चढ़ा पाएंगे। जो रविवार को धार्मिक अनुष्ठान के समय देखा गया। 

डिक्केन के गले में ‘हार’:

 चर्च में ही एक लड़की ने डिक्केन देवाशीष को हार पहनाया। वहीं कुर्जी पल्ली के प्रधान पल्ली पुरोहित फादर जोनसन ने देवाशीष को गला मिलाकर अभिवादन किया। देवाशीष ने पवित्र मिस्सा में सहायक की भूमिका अदा किये और परमप्रसाद वितरण किये। मिस्सा खत्म होने के बाद धर्मावलम्बियों ने हाथ मिलाकर डिक्केन का अभिवादन किया। उनका कहना था कि एक साल रहकर परिवार के लोगों से परिचित हो जाऊंगा।

आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।

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