Saturday 27 August 2016

बाढ़ प्रभावितों को त्वरित राहत पहुंचाने हेतु सभी जिला पदाधिकारियों को निर्देश


पटना। जहाँ बाढ़ से घिरे इलाके के लोग प्रशासन के प्रयासों के बावजूद किसी कारणवश राहत शिविरों में नहीं आर रहे हैं, उनके लिए प्रभावित क्षेत्र के ही किसी ऊँचे स्थान पर सामूहिक किचेन चलाया जाए।

बाढ़ से डूबे गाँव जहाँ लोग घरों के छतो आदि पर शरण लिए हुए हैं एवं राहत शिविरों में नहीं आना चाहते हैं, उनके लिए गाँव के निकट ही किसी उपयुक्त स्थल पर लंगर चलाया जाए, वहाँ से उन्हें नाव के माध्यम से लंगर स्थल तक ला कर सुवह 9-10 बजे के आस-पास दिन का भोजन करा कर नाव द्वारा उन्हें घर भेज दिया जाए तथा रात का भोजन शाम में ही कराकर अंधेरा होने के पहले नाव के द्वारा घर भेज दिया जाए।


जो लोग दोनों व्यवस्थाओं का लाभ ले पाने की स्थिति में नहीं हैं उन्हें सूखा राशन के रूप में चूड़ा/ गूड़/ सत्तु देने के बजाय फूड पैकेट में भोजन सामग्री दी जाए, जिसमें 5 किलो चावल, एक किलो दाल, 2 किलो आलु एवं नमक तथा हल्दी का छोटा पैकेट रहेगा।

यह भी निर्देश दिया गया कि चूँकि बाढ़ का पानी कम हो रहा है, अतएव जितना शीघ्र हो सके उतनी शीघ्रता से बाढ़ प्रभावित परिवारों को मुफ्त साहाय्य अन्तर्गत अनुमान्य साहाय्य उपलब्ध कराया जाए।

कुर्जी दियारा क्षेत्र में रहने वाले बिन्द समुदाय को पेयजल नहीं मिलने की शिकायत है। दियारा क्षेत्र में नाव पर चढ़कर आते हैं। इस पार आने के बाद नल से पानी भरते हैं। इसके बाद नाव चढ़कर दियारा क्षेत्र में चले जाते हैं। 

आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।

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