Wednesday 3 May 2017

भूमि सुधार आंदोलन जय जगत 2018 के लिए अन्नदान गांव गांव में शुरू


अन्नदान अभियान में एकता परिषद 2500 कुंतल अनाज इकठ्ठा करेगी




भोपाल। देश भर के गरीब तथा वंचित समुदाय के भूमि अधिकार के लिये 2018 में किये जाने वाले ‘जय जगत 2018 सत्याग्रह’ आंदोलन की तैयारियां जमीनी स्तर पर प्रारंभ हो गयी है। इसके पहले चरण में अन्नदान अभियान के अंतर्गत सत्याग्रही अन्न दान कर रहे हैं। उक्त आशय  की जानकारी एकता परिषद के अध्यक्ष डा. रनसिंह परमार ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में दी। 



डा.रनसिंह परमार ने बताया कि अभी 487 कुंतल अनाज दान में प्राप्त हो चुका है। इस अभियान के तहत प्रत्येक परिवार से 1 कि.ग्रा. अनाज देने की अपील की गयी है। उन्होनें बताया कि इस आंदोलन का उदेश्य  वर्ष 2012 में भूमि सुधार के 10 बिन्दुओं पर जनसत्याग्रह और भारत सरकार के बीच आगरा में हुए समझौते को लागू कराना है। राष्ट्रीय संयोजक अनीष भाई ने बताया कि यह अभियान पूरे देश  भर में 15 अप्रैल से प्रारंभ होकर 30 मई तक चलेगा। इस आंदोलन में पलवल से दिल्ली तक की पदयात्रा की जायेगी। राष्ट्रीय सचिव अनिल भाई ने बताया कि सत्याग्रह में 1 लाख लोग भागीदार बनेंगे और एक समय का ही भोजन ग्रहण करेंगे। इस तरह से प्रत्येक दिन 250 कंुतल अनाज की आवश्यक्ता होगी और यदि आंदोलन 10 दिन तक चलता है तो कुल 2500 कुंतल अनाज की आवश्यक्ता  होगी। इसको प्राप्त करने के लिए 10 हजार गांवो में अभियान शुरू किया गया है और ढाई लाख परिवारों को भागीदार बनाया जायेगा। आगामी तीन फसलें चक्र के दौरान इसको प्राप्त किया जायेगा।


प्रदेश  के मध्यक्षेत्र में अन्नदान के दौरे से लौटकर प्रांतीय संयोजक दीपक भाई ने बताया कि रायसेन, सागर, विदिशा , सीहोर और बैतूल में 118 कुंतल अनाज दान में मिला है। अन्न दान अभियान में गांव-गांव में गरीब, मजदूर, किसान, वंचित समुदाय बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं। समूचे प्रदेश में अन्नदान अभियान में अलग-अलग क्षेत्रों में प्रभारी नियुक्त किये गये है। जिसमें ग्वालियर चम्बल संभाग में रामदत्त सिंह, डोंगर भाई, बुंदेलखण्ड-बघेलखण्ड में संतोष सिंह, कस्तूरी बहन, मध्यक्षेत्र में राकेश रतन सिंह, सरस्वती बहन, मालवा में श्रद्धा बहन, दरयाब सिंह, महाकौशल में चन्द्रकांता बहन तथा सुकेश परस्ते प्रमुख हैं।

दीपक अग्रवाल

प्रदेश  संयोजक, एकता परिषद

मो. 9425735037




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