Tuesday 5 April 2022

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष स्व0 जगजीवन राम की 115वीं जयंती

 पटना.भारत के पूर्व उप प्रधानमंत्री मंत्री एवं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष स्व0 जगजीवन राम की 115वीं जयंती आज प्रदेश कांग्रेस कमिटी के मुख्यालय सदाकत आश्रम में मनायी गयी. इस अवसर पर बाबू जगजीवन राम के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के बिहार प्रभारी श्री भक्त चरण दास ने कहा कि बाबू जगजीवन राम ने समतामूलक समाज की स्थापना के लिए अथक प्रयास किये. आज मैं बाबू जगजीवन राम के देश के नवनिर्माण में योगदान को स्मरण करता हूँ और उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि देता हूँ.



प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डा0 मदन मोहन झा, स0वि0प0 ने कहा कि जगजीवन बाबू विलक्षण प्रतिभा के धनी व्यक्ति थे. पंडित जवाहरलाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री एवं इंदिरा गांधी के कार्यकाल में उन्हें जिन-जिन विभागों की जिम्मेवारी  सौंपी गयी, उन विभागों के विकास में जगजीवन बाबू के कार्यकाल में चार चांद लग गये.

 इस अवसर पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के पूर्व महासचिव श्री बी0के0 हरिप्रसाद, अखिल भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास, बिहार विधान मंडल कांग्रेस दल के नेता श्री अजीत शर्मा,  प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष श्री कौकब कादरी, श्री श्यामसुन्दर सिंह धीरज, डा0 समीर कुमार सिंह, डा0 अशोक कुमार, अनुशासन समिति के अध्यक्ष श्री कृपानाथ पाठक, डा0 शकील अहमद खान ब्रजेशपांडेय, प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़, विधायक राजेश राम, अजय सिंह, नीतू कुमारी, सिद्धार्थ सौरभ, पूर्व मंत्री वीणा शाही, रविन्द्र नाथ मिश्र, प्रवक्ता आनन्द माधव, असित नाथ तिवारी, अमिता भूषण, डा0 हरखू झा, भावना झा,ज्ञान रंजन, रघुनन्दन मांझी, लाल बाबू लाल, मो0 खान अली, प्रमोद कुमार सिंह, ब्रजेश प्रसाद मुनन, जमाल अहमद भल्लू, कपिलदेव प्रसाद यादव, नागेन्द्र विकल, राजन यादव, प्रवीण कुशवाहा, अरविन्द लाल रजक, राजेश कुमार सिंहा, संजीव कुमार कर्मवीर, सौरभ सिंहा, विनोद पाठक, शकिलूर रहमान, शशि कान्त तिवारी, नागेन्द्र कुमार विकल, शशि कुमार सिंह, अभय कुमार सिंह सार्जन, विजय कुमार मिट्ठू, ताकिर आलम, दौलत इमाम, कुमार रोहित, सत्येन्द्र कुमार सिंह, सुनील कुमार सिंह, भाई कुन्दन गुप्ता, अजय चौधरी, प्रदुमन यादव, संतोष श्रीवास्तव, आई0 पी0 गुप्ता, किशोर कुमार, आयुष भगत, रवि गोल्डन ने बाबू जगजीवन राम के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की.

भारत के प्रथम दलित उप-प्रधानमंत्री

जगजीवन राम (5 अप्रैल 1908- 6 जुलाई 1986)जिन्हें सहपूर्ण रूप से बाबूजी भी कहा जाता था, एक भारतीय राजनीतिज्ञ तथा भारत के प्रथम दलित उप-प्रधानमंत्री एवं राजनेता थे. बाबू जगजीवन राम के जीवन के कई पहलू हैं. उनमें से ही एक है भारत में संसदीय लोकतंत्र के विकास में उनका अमूल्य योगदान. 28 साल की उम्र में ही 1936 में उन्हें बिहार विधान परिषद का सदस्य नामांकित कर दिया गया था.जब गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट 1935 के तहत 1937 में चुनाव हुए तो बाबूजी डिप्रेस्ड क्लास लीग के उम्मीदवार के रूप में निर्विरोध एमएलए चुने गए. अंग्रेज बिहार में अपनी पिट्ठू सरकार बनाने के प्रयास में थे. उनकी कोशिश थी कि जगजीवन राम को लालच देकर अपने साथ मिला लिया जाए. उन्हे मत्री पद और पैसे का लालच दिया गया, लेकिन जगजीवन राम ने अंग्रेजों का साथ देने से साफ इनकार कर दिया.उसके बाद ही बिहार में कांग्रेस की सरकार बनी, जिसमें वह मत्री बने. साल भर के अंदर ही अंग्रेजों के गैर जिम्मेदार रुख के कारण महात्मा गांधी की सलाह पर कांग्रेस सरकारों ने इस्तीफा दे दिया. बाबूजी इस काम में सबसे आगे थे. पद का लालच उन्हें छू तक नहीं गया था. बाद में वह महात्मा गांधी ने सविनय अवज्ञा आंदोलन में जेल गए. जब मुंबई में 9 अगस्त 1942 को महात्मा गांधी ने भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत की तो जगजीवन राम वहीं थे.तय योजना के अनुसार उन्हें बिहार में आंदोलन को तेज करना था, लेकिन दस दिन बाद ही उन्हे गिरफ्तार कर लिया गया.


आलोक कुमार

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