गया: इस जिले के जिला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में जिला परिषद बोधगया के सभाकक्ष में कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद बोधगया श्री अरविंद कुमार तथा अन्य पदाधिकारियों के साथ
बैठक करते हुए बोधगया में विकासात्मक कार्य के लिए कई अहम निर्णय लिए गए हैं.
बोधगया क्षेत्र के 5 प्रमुख सड़के यथा
● बोधगया दो मोहान रोड सक्सेना मोड़ से शाक्यमुनि कॉलेज, 80 फिट मूर्ति रोड होते हुए बैंक ऑफ इंडिया तक सड़क
● सुजाता बायपास रोड से महारानी रोड होते हुए ओम इंटरनेशनल होटल एवं सब्जी मंडी सामुदायिक स्वास्थ्य स्थल केंद्र तक
● बोधगया- गया पथ में डाक स्थान से सेवधर बीघा होते हुए दी-83 डीएवी स्कूल तक
● बोधगया-दोमुहान रोड नोड -1 से राजापुर मोड़ तक सुजाता बाईपास रोड शामिल है।
इन सभी सड़को को नगर परिषद बोधगया से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेते हुए आरसीडी को स्थानांतरित करने का कार्य किया जा रहा है ताकि आरसीडी संबंधित सड़कों का मजबूतीकरण एवं चौड़ीकरण तथा नवीकरण हेतु त्वरित गति से कार्य कर सके.
बैठक में बोधगया नगर परिषद क्षेत्र के कचरे को डंप करने में हो रही समस्या के लिये डैंपिंग पॉइंट चिन्हित करने पर विचार विमर्श किया गया.बोधगया नगर परिषद क्षेत्र के सभी हाउसहोल्ड में निर्वाध पेयजल आपूर्ति के लिए वार्ड वार समीक्षा कर स्थिति का आकलन किया गया. जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद बोधगया तथा जलापूर्ति के संवेदक को सख्त हिदायत दिया कि ’गंगाजल पहुंचने के पहले बोधगया में जलापूर्ति को और बेहतर करना सुनिश्चित करवाये. यदि कहीं कोई लीकेज या पाइप कनेक्शन छूटा हुआ है तो उसे 10 से 15 दिनों में मरम्मत करवाना सुनिश्चित करावे। गंगा का पानी विभिन्न रिजर्वायर होते हुए डोर टू डोर पानी सप्लाई किया जाएगा तो उस दौरान एक-एक कर सभी घरों में पानी मिले, कोई घर या टोला बंचित न रहे, ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करावे.
कालचक्र मैदान के समीप बने ’चिल्ड्रन पार्क को वन विभाग को स्थानांतरित करने के लिए कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद बोधगया को निर्देश दिया है ताकि जयप्रकाश उद्यान के तर्ज पर और अधिक अच्छे ढंग से संचालन हो सके.’
बैठक के पूर्व जिला पदाधिकारी ने बोधगया नगर पंचायत के पूर्व के बने 04 अंडरग्राउंड रिजर्वायर टैंक का निरीक्षण करते हुए उसके क्षमता के बारे में जानकारी लिया. उपस्थित संवेदक द्वारा बताया गया कि फल्गु रिवर के किनारे बोधगया क्षेत्र में जलापूर्ति के लिए चार अंडरग्राउंड रिजर्वायर है, जिसकी क्षमता 270 केएल (किलो लीटर), 120 केएल, 170 केएल तथा 170 केएल है. इसी चार रिजरवायर में भी गंगा का पानी लाया जाएगा तथा बोधगया क्षेत्र के हाउसहोल्ड को यहीं से डोर टू डोर डिस्ट्रीब्यूशन भी किया जाएगा.
बोधगया नगर परिषद क्षेत्र के अंबा महादलित टोला में नल जल योजना के तहत किए जा रहे कार्य का निरीक्षण किया डोर टू डोर पाइप लाइन के संबंध में संवेदक को निर्देश दिया है कि जिस गली में अब तक नल जल का कनेक्शन टूटा हुआ है उसे तेजी से कनेक्शन देने का कार्य करें.निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि जितने भी हाउसहोल्ड को कनेक्शन दिए गए हैं सभी कनेक्शन में पाइप जमीन के बाहर पाया गया जिला पदाधिकारी ने संवेदक को फटकार लगाते हुए हिदायत दिया कि पाइप को अंडरग्राउंड करवाते हुए जहां पानी बंद है उस क्षेत्र में पानी देने का कार्य तेजी से करें. अंबा महादलित टोले में ही एक बड़ा नाला जो बिल्कुल खराब हालत में था उसे देखने के दौरान जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद बोधगया को संबंधित नाला का विस्तृत जानकारी प्रतिवेदन के साथ उपलब्ध कराने का निर्देश दिए ताकि उक्त नाले को पक्का नाला का स्वरूप बनाया जा सके. इसके उपरांत जिला पदाधिकारी ने एक-एक कर कई ग्रामीणों से पानी की उपलब्धता एवं कितने समय तक पानी खोला जाता है इत्यादि के बारे में जानकारी लिया.
इसके उपरांत उन्होंने बोधगया के ही सोन बिगहा महादलित टोला में जाकर नल जल योजना का जांच किया. जांच के क्रम में कार्यपालक अभियंता बुडको अनुपस्थित रहे जिसके कारण पानी कनेक्शन संबंधी कई जानकारी लेने में कठिनाई हुई जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता बुडको से स्पष्टीकरण पूछते हुए वेतन भुगतान बंद करने का निर्देश दिए.इस टोले में भी जिला पदाधिकारी ने एक-एक कर कई ग्रामीणों से नल जल योजना के तहत मिलने वाले पानी के बारे में अवगत हुए निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि गली से ऊंचा उस टोले का नाला है, जिसके कारण जलजमाव की समस्या बनी रहती है. जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक पदाधिकारी को संबंधित नाले को नए तरीके से बनवाने का निर्देश दिए.
इसके उपरांत उन्होंने निगमा मॉनेस्ट्री का औचक निरीक्षण किया. निगमा मिनिस्ट्री में प्रत्येक वर्ष पितृपक्ष मेला में आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए आवासन स्थल बनाया जाता है. उन्होंने निगमा मॉनेस्ट्री के विभिन्न ब्लॉक के कमरों, शौचालय, स्नानागार इत्यादि का निरीक्षण किया. उन्होंने उप विकास आयुक्त तथा वरीय उप समाहर्ता श्री अमित पटेल को निर्देश दिया कि ठहरने वाले यात्रियों के अनुपात के अनुसार पेयजल व्यवस्था, अस्थाई शौचालय एवं अन्य विभिन्न प्रकार की व्यवस्थाएं यात्रियों की सुविधा के लिए करवाएं. उन्होंने निगमा मॉनेस्ट्री के केयर टेकर को कहा कि पितृपक्ष मेला अवधि में जिला प्रशासन को सहयोग करते हुए और अधिक संख्या में निगमा मोनेस्ट्री के विभिन्न कमरे उपलब्ध करवाएं.जिला प्रशासन द्वारा पेयजल, बिजली तथा अन्य व्यवस्था सुनिश्चित करवाया जाएगा.
आलोक कुमार
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