पटना: महागठबंधन के विधायक दल के नेता नीतीश कुमार बुधवार को आठवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण करेंगे. इस सरकार में राजद नेता तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री होंगे और कल दोपहर 2 बजे शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन होगा. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, नीतीश कुमार महागठबंधन के सहयोगियों के साथ चर्चा कर रहे हैं. उन्होंने एनडीए के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद तत्काल बाद पटना स्थित राबड़ी देवी के आवास पर महागठबंधन के नेताओं से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने महागठबंधन के विधायक दल का नेता चुना गया.
मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है? इसको साकार किया है बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने.उन्होंने कहा कि एक बैठक के दौरान दोनों सदनों के सांसदों, प्रदेश के दोनों सदनों के विधायकों और जेडीयू के नेताओं ने बीजेपी से संबंध विच्छेद करने पर बल दिये.इसी के आलोक में बीजेपी और जेडीयू 05 साल 22 दिन दिन साथ-साथ रहने के बाद टा-टा,बाई-बाई कर दिया गया.दोनों 17 जुलाई 2017 से शुरू किये थे.आज 09 अगस्त 2022 को साथ-रहने का वादा तोड़ दिये.
इस तरह अब सीएम नीतीश कुमार लालटेन में तेल डालकर लालटेन को जलाकर बिहार को रोशन करेंगे.दिल्ली में उद्योग मंत्री के रूप में शाहनवाज हुसैन पत्रकारों को संबोधित किया और पटना में आने के बाद विधान पार्षद के रूप में बात करने लगे.इस बीच नीतीश कुमार ने राज्यपाल फागू चौहान को इस्तीफा दिया. राज्यपाल ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया है.राष्ट्रीय जनता दल 79,जेडीयू 45,कांग्रेस 19,लेफ्ट 16, ए आई एम आई एम 1 हम 4,सीपीएम 2,सीपीआई 2 और निर्दलीय 1 मिलकर सरकार बनाने का दावा महामहिम राज्यपाल के पास पेश कर दिये हैं.
जनता दल यू के संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा मंगलवार को कहा कि नये स्वरूप में नये गठबंधन के नेतृत्व की जवाबदेही के लिए श्री नीतीश कुमार जी को बधाई. नीतीश जी आगे बढ़िए.देश आपका इंतजार कर कर रहा है.
अमन पटेल ने कहा कि नीतीश कुमार अगले पीएम होंगे. जेडीयू आरजेडी ज़िंदाबाद .एससी एसटी ओबीसी पूरी तरह जेडीयू आरजेडी साथ है.
इसके साथ ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने र्कीतिमान रच दिया है. विभिन्न गठबंधन के साथ स्नेह करके 7 बार बिहार के सीएम पद की शपथ ले चुके हैं.कल बुधवार को नीतीश कुमार 8 वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे.पहली बार 3 मार्च 2000 को वह मुख्यमंत्री पद पर आसीन हुए थे लेकिन बहुमत साबित ना कर पाने के कारण केवल 7 दिनों में ही उन्हें इस्तीफा देना पड़ा. लेकिन जब 2005 में लालू यादव के पंद्रह वर्ष से चले आ रहे एकाधिकार को समाप्त कर नीतीश कुमार ने एनडीए गठबंधन को बिहार विधानसभा चुनाव में जीत दिलाई तब उन्हें ही प्रदेश का मुख्यमंत्री चुना गया. उन्होंने अपना यह कार्यकाल सफलतापूर्वक पूरा किया.
मुख्यमंत्री के रूप में उनका तीसरा कार्यकाल 26 नवंबर, 2010 से 20 मई 2014 तक चला. जिसके बाद जीतन राम मांझी ने सत्ता संभाली. 22 फरवरी 2015 को नीतीश कुमार ने चौथी बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. यानी बिहार की 15वीं विधानसभा में तीन बार सीएम पद की शपथ दिलाई गई, पहले नीतीश कुमार को फिर जीतन राम मांझी को और फिर वापस नीतीश कुमार को. नीतीश कुमार का चौथा कार्यकाल 22 फरवरी से 20 नवंबर 2015 तक चला.16वीं विधानसभा के लिए हुए चुनावों के बाद नीतीश कुमार ने पांचवी बार सीएम पद की शपथ ली.
नीतीश कुमार ने 7वीं बार सीएम पद की शपथ ली. 16 नवंबर 2000 राजभवन में राज्यपाल फागू चौहान ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. नीतीश कुमार के साथ 14 मंत्रियों ने भी शपथ ली.अब आठवीं बार 10 अगस्त 2022 को 02 बजे दिन में शपथ ग्रहण करेंगे.
आलोक कुमार
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