Monday, 12 September 2022

आरसीपी ने कहा कि नीतीश कुमार के पैरवी से आईएएस नहीं बना



आरा. जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार हैसियत पूछते हैं, तो वो ये जान लें कि उनकी हैसियत, मेरी हैसियत और देश के एक-एक नागरिक की हैसियत बराबर है. संविधान ने हम सबको बराबर का हक दिया है.आरसीपी ने कहा कि नीतीश कुमार के पैरवी से आईएएस नहीं बना. जिस वक्त मैं आईएएस बना, उस समय नीतीश कुमार सड़क पर घूम रहे थे.


कुछ दिन पहले विपक्ष को एक साथ लाने के सिलसिले में दिल्ली पहुंचने पर पत्रकारों ने नीतीश कुमार से आरसीपी को लेकर सवाल पूछा था तो नीतीश कुमार भड़क गए थे और तू-तड़ाक पर उतर गए. नीतीश कुमार ने कहा था ‘धत्त‘ उसका क्या नाम ले रहे हैं, उ कौंची है? अरे क्या बात करते हैं आप लोग, आप लोगों को इ भी पता नहीं है उसको बनाया कौन राजनीति में, लाया कौन राजनीति में... उ तो आईएएस था, कौन बनाया था उसको अपना प्राइवेट सेक्रेट्री. हम कहां से कहां बनाए, छोड़िये न, उसको पार्टी में हम इतना दिए, और राजनीति में भी उसको जगह दिया. उसको अपनी जगह पर अध्यक्ष बना दिए, उ पूरा का पूरा भाजपा के हाथ में चला गया, तो उसको हटा दिए.

बिहार के मुख्यमंत्री यहीं नहीं रुके. उन्होंने कहा उ क्या बोलता है, उसके बोलने का कोई मतलब है, उ कहां से राजनीति में आया, कौन लेकर आया. अब उ क्या-क्या बोलता रहता है. तरह-तरह की बात बोलता रहता है.उस आदमी के बारे में तो आपको लोगों को पूछना भी नहीं चाहिए.  उसकी हैसियत क्या है? अरे उ बोलता है तो बोलने न दीजिए उसको. अरे सुन लीजिए, वो बीजेपी के अंदर था। अब उ चला गया, जाने दीजिए उसको. उसका क्या वैल्यू है? आप लोग ई सब छोड़िए.उसके बारे में चर्चा भी मत करिए.

इसको लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने एक बार फिर हमला बोला है.भोजपुर पहुंचे आरसीपी सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार मेरी औकात क्या नापेंगे. उनकी खुद की औकात नहीं ही नहीं हैं, वो हमारा हैसियत पूछते हैं. आरा में पत्रकारों से बात करते हुए आरसीपी सिंह ने कहा कि एक समय बिहार में नीतीश कुमार की औकात कुछ नहीं थी, तब भी मेरी औकात ज्यादा थी और अब भी ज्यादा है. आरसीपी ने कहा कि कोई किसी को पहचान नहीं देता, लोकतंत्र के इस देश में सभी नागरिक एक समान है और सभी की पहचान है.

पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने सीएम नीतीश कुमार  पर सोमवार को जमकर हमला बोला. आरसीपी सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार हैसियत पूछते हैं, वो ये जान लें कि उनकी हैसियत, मेरी हैसियत और देश के एक नागरिक की हैसियत बराबर है. इस संविधान ने सबको बराबर का हक दिया है. उन्होंने कहा कि मैं आपकी (नीतीश कुमार) पैरवी से आईएएस नहीं बना. जिस समय मैं आईएएस बना उस समय आप सड़क पर घूम रहे थे.

एक सवाल पर बिहार में जाति समीकरण को देखा जाता है. इस वक्त नीतीश कुमार के साथ लालू यादव हैं, कांग्रेस और लेफ्ट भी साथ है तो लग रहा है कि 2024 में नीतीश कुमार मोदी को धूल चटा देंगे? इस पर आरसीपी सिंह ने कहा कि सवाल ही नहीं उठता है. इनके साथ कौन से जाति के लोग हैं? किस जाति के लोगों को उन्होंने ठगा नहीं है? किसको उन्होंने आज तक सम्मान दिया है? दिल्ली गए थे, घूम रहे थे. शरद पवार के बारे में क्या-क्या कहते थे? किनके बारे में इन्होंने नहीं कहा. इन पर कौन भरोसा करेगा.

आरसीपी सिंह ने बातचीत में आगे कहा, "नीतीश कुमार सूखे की बात कर रहे हैं, पूरे 17 साल होने जा रहा है दक्षिण बिहार में, सात निश्चय में नारा दिया था हर खेत को पानी. क्या आपने ब्लू प्रिंट बनाया? दक्षिण बिहार में हर खेत को स्थायी तौर पर नहर से सिंचाई की व्यवस्था होती. दक्षिण बिहार में सभी बरसाती नदियां हैं. कभी चर्चा की गई कि कितना पानी है या कैसे क्या किया जाएय़ लोग आपसे पूछे नहीं इसलिए दिल्ली की चर्चा कर रहे हैं. बिहार की जनता माफ करने वाली नहीं है."

आलोक कुमार

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