उपभोक्ता परेशान हो गया
पटना।
जब एटीएम मशीन
से फटा नोट
उपभोक्ता को मिला
तो वह उपभोक्ता
परेशान हो गया।
उसे आज ही
दिल्ली जाना था।
अब नोट के
बदले के चक्कर
में दिल्ली जाने
वाले कार्यक्रम को
स्थगित कर दिया।
यह
आप के साथ
भी हो सकता
है। आप भी
ठगा सकते हैं।
इस लिए आपको
सदैव सर्तक रहने
की जरूरत है।
जिससे संभावित खतरे
से मुकाबला किया
जा सके। एक
उपभोक्ता ने भारतीय
स्टेट बैंक, पाटलिपुत्र
शाखा में स्थापित
एटीएम मशीन से
दस हजार रूपए
की निकासी किये।
उसने कोई समय
बर्बाद किये ही
एक-एक नोट
को भलीभांति देखकर
गिनना शुरू कर
दिया। नोट गिनते
और देखते समय
एक हजार रूपए
का नोट फटा
मिला। एटीएम मशीन
की सुरक्षा में
रखे गये सुरक्षा
प्रहरी को फटा
नोट दिखाया गया।
सुरक्षा प्रहरी लाचार था।
उसकी गवाही काम
नहीं आता है।
उसके
बाद पाटलिपुत्र शाखा
में आकर शाखा
प्रबंधक को एटीएम
से फटा नोट
निकलने के बारे
में जानकारी दिये।
शाखा प्रबंधक ने
कागजी खानापूर्त्ति करने
के लिए फार्म
थमा दिये। कई
जगहों में नाम
और अन्य जानकारी
को भरा गया।
शाखा प्रबंधक ने
पटना में जाकर
रिजर्व बैंक से
फटा नोट बदल
लेने का परामर्श
दे दिये।
सवाल
यह उठता है
कि क्या उपभोक्ता
एटीएम मशीन से
फटा नोट लेने
के लिए जाते
हैं? आखिर क्यों
एटीएम में फटा
नोट डाला जाता
है। नोट डालने
वाले व्यक्ति पर
कार्रवाई करने की
जरूरत है ताकि
अन्य कोई उपभोक्ता
ठगा न जा
सके। फटा नोट
को लेकर नोट
को बदलने में
काफी समय बर्बाद
होता है। उसकी
छतिपूर्त्ति कौन देगा?हीं जाता
है। गायी गयी
है। वहां डाले
जा रहे है
Alok
Kumar