सबसे अधिक पूर्णिया में 30 व्यक्ति दम तोड़े
बाढ़ से 19 जिले प्रभावित है
पटना। बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार 19 जिलों में बाढ़ एवं राहत कार्य जोरशोर से जारी है। बाढ़ प्रभावित अररिया, किशनगंज, पूर्णियां, सुपौल, मुजफ्फरपुर, सहरसा, गोपालगंज, भागलपुर, कटिहार, सारण, पटना, भोजपुर, बक्सर, वैशाली, बेगुसराय,खगड़िया, मुंगेर, समस्तीपुर और लखीसराय है। आपदा प्रबंधन विभाग के विशेष कार्य पदाधिकारी विपिन कुमार राय के अनुसार अबतक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कुल 101 व्यक्तियों की मौत हो चुकी है। सबसे अधिक पुर्णिया जिले में 30 व्यक्ति दम तोड़े।
पटना जिले के पानापुर दियारा क्षेत्र के महादलित टोला पर आफतः
भोजपुर जिले के प्रभावित क्षेत्र में एन.डी.आर.एफ.टीम के द्वारा कार्यः
इस जिले के प्रभावित प्रखंड आरा सदर, कोईलवर, शाहपुर, बड़हरा, बिहिंया, उदवंतनगर हैं। एन0डी0आर0एफ0 टीम द्वारा 1 घायल व्यक्ति को बचाव किया गया है साथ ही साथ राहत बचाव कार्य किया जा रहा है। शाहपुर में परसौडा एवं लालुडेरा एवं बड़हरा में बखोरापुर एवं नेकनामटोला में खाद्यान्न वितरण आरम्भ हुआ है। 34 चापाकल मरम्मत किये गये हैं एवं उपचार किये गये पशु 1908 एवं उपचार किये गये व्यक्ति 9989 हैं।
बक्सर जिले के 15000 व्यक्तियों को सुरक्षित स्थान में पहुंचायाः
इस जिले में एन0 डी0 आर0 एफ0 टीम उपलब्ध हैं। प्रभावित प्रखंड बक्सर, चौसा, ब्रहमपुर, सिमरी और चक्की है। एन0डी0आर0एफ0 टीम के द्वारा अबतक 15000 व्यक्तियों एवं 350 पशुओं को सुरक्षित स्थान पहुंचाया गया। वर्त्तमान में सिमरी प्रखंड अंतर्गत श्रीकांत राय का डेरा नियाजीपुर, बरकाराजपुर, छोटकाराजपुर तथा चक्की प्रखंड के जबहीदीयर में एन0डी0आर0एफ0 टीम कार्यरत है।
भागलपुर जिले में 16 सहाय्य
कैम्प संचालितः
कटिहार जिले में 7324 व्यक्तियों का इलाजः
2296 पशुओ का अबतक इलाज किया गया है। चापाकल 2647 मरम्मत किये गये हैं। 14 पशु
कैम्प चलाये गये हैं।यहां
पर सबसे अधिक 9.1 लाख व्यक्ति बाढ़ से प्रभावित हैं। इनके सहयोग करने में 180 नाव चलायी
जा रही है। 11 मानव मृत हुए हैं। 1.01 लाख पशु प्रभावित हुए हैं। 24 मानव चिकित्सा
शिविर संचालित है। वहीं पशु चिकित्सा केन्द्र 24 संचालित है।
सारण जिले में 422 पशुओं का इलाजः
एन0डी0आर0एफ0 टीम उपलब्ध है जो कि सदर एवं रिविलगंज प्रखंडो में कार्यरत हैं। सदर, रिविलगंज, दिघवारा, सोनपुर एवं गड़खा बाढ़ प्रभावित प्रखंड हैं। अभी तक कुल 422 पशुओं का इलाज किया गया।
खगड़िया जिले में 4649 व्यक्तियों का इलाज किया गयाः
एन0डी0आर0एफ0 टीम उपलब्ध है। प्रभावित प्रखंड खगड़िया, गोगरी, परवत्ता, नगर परिसद क्षेत्र हैं। गंगा एवं गंडक के वृद्धि होने के कारण बहियार में पानी फैला है जहां आवागमन बाधित होने से नावे चलाई जा रही है। इलाज कराये गये व्यक्ति की कुल सं0 4649 है।
मुंगेर जिले में 19 अगस्त,2013 से एन.डी.आर.एफ. कार्यरतः
प्रभावित प्रखंड मुंगेर सदर, बरियापुर, धरहरा एवं प्रभावित पंचायत कुतलपुर, जाफरनगर, टिकारामपुर, झौआबाबहियार, हरिणमार, शिवकुन्ड, बाहाचौकी, हेमाजापुर, कल्याणपुर टोला, (दूरभाष पर प्राप्त)। नौका दुर्घटना में लापता लोगों की खोज के लिए एन0 डी0 आर0 एफ0 टीम 19 अगस्त,2013 को कार्यरत।
लखीसराय जिले में 513 परिवारों को एक क्विंटल खाद्यान्नः
प्राप्त सूचना के अनुसार 513 परिवारों को 1-1 क्विंटल
खाद्यान्न दिया गया और 128250 रूपये वितरित किये गये।
क्या कहते हैं विशेष कार्य पदाधिकारीः
आपदा प्रबंधन विभाग के विशेष कार्य पदाधिकारी विपिन कुमार राय कहते हैं कि 19 जिलों में बाढ़ का पानी का प्रसार हुआ है। बाढ़ प्रभावित जनसंख्या
39.35 लाख है। 19 जिलों में
2184 नाव चलायी जा रही है। 101
व्यक्तियों की मौत हो गयी है। 3 लाख पशुओं की भी मौत हो गयी है। मानव चिकित्सा शिविर की संख्या 163
है। वहीं पशु चिकित्सा केन्द्र की संख्या 96 है। आगे उन्होंने कहा कि
32287 क्विंटल खाद्यान्न वितरित किया गया है। 168
लाख नकद वितरित किया गया।
42203 पॉलीथीन,
944.20 क्विंटल चना,
179.92 क्विंटल नमक,673.63
क्विंटल गुड़,
5708.18 क्विंटल चूड़ा,
144 क्विटंल सत्तू वितरित किया गया है।
65393.00 दीया सलाई,56477.00
मोमबत्ती और
8665लीटर किरासन तेल वितरित किया गया।
132824.00 हैलोजन टैबेलेट और
1107.25 किलोग्राम ब्लीचिंग पावडर वितरित किया गया।
नाविकों का पीड़ाः
नाव चलाने वाले नाविकों का कहना है कि सरकार के द्वारा समय पर राशि उपलब्ध नहीं करवाने के कारण कष्ट में हैं। नाव को मशीन से चलाते हैं। मशीन को तेल/डीजल की जरूरत पड़ती है। इसके कारण आवाजाही करने वालों से प्रति खेप 5 रू0 बटोरा जाता है। ध्यान रहे कि सरकारी नाव पर भी आवाजाही करने वाले शख्स से 5 रू0 बटोरा जाता है। इस ओर कुछ खास करने की जरूरत है।
आलोक कुमार