दानापुर। भई! यह बिहार है। आपको यहां पर खूब विहार करने का मौका मिलेगा। जरा रूपसपुर नहर के किनारे रहने वाले महादलितों को ही देख लें। इनको बिहार सरकार ने वासगीत पर्चा दे रखी इै। बस महादलित परवाना (पर्चा) को लेकर विहार करने लगें। वह भी एक साल से नहीं पूरे 26 साल से कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं।

प्रभावित राजकुमारी देवी कहती हैं, कि सरकार के द्वारा 26 साल से जमीन का परवाना मिला है। इस पर्चा को लेकर हमलोग दर-दर भटक रहे हैं। सरकार के द्वारा जमीन का परवाना निर्गत किया गया। दूसरा जमीन हथिया लिया और जमीन पर रोड बनाने के लिए मिट्टी खोंदकर गड्ढा बना दिया। अब तीसरा नौकरशाहों के समक्ष पैरवी करके महादलितों को जमीन पर अधिकार दिलवाने का प्रयास कर रहा है। हालांकि दानापुर प्रखंड के अंचलाधिकारी कुमार कुदंन लाल ने तीन-चार बार फील्ड भ्रमण कर चुके हैं। बस उनका कहना है कि पानी सूखने के बाद आपलोगों को बसा दिया जाएगा।

मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता नरेश कुमार, रामचन्द्र मांझी, राजकुमारी देवी,हेमंती देवी, मरछिया देवी आदि उपस्थित थे। इन प्रभावितों की ओर मुखातिर होकर सीओ कुमार कुदंन लाल ने कहा कि काफी दिनों से इंतजार कर रहे हैं। कुछ दिन और ठहर जाए। बरसात का मौसम समाप्त होने के बाद कब्जाधारियों से जमीन मुक्त कराकर जमीन दे दी जाएगी। अब देखना है कि सीओ साहब के द्वारा दिये गये आश्वासन कबतक पूरा हो पा रहा है?
आलोक कुमार