Monday 21 July 2014

सेविका माण्डवी देवी की निमर्म हत्या कुदाल से कर दी


अपराधी कुदाल लेकर फरार हो जाने में कामयाब हो गए
बिहटा। पटना जिलान्तर्गत बिहटा प्रखंड के मखदुमपुर पंचायत में गमगीन माहौल व्याप्त है। समेकित बाल विकास सेवा परियोजना , बिहटा , पटना के तहत यहां पर संचालित नेऊरी हरिजन टोली , कोड नम्बर 123 में कार्यरत सेविका माण्डवी देवी की निमर्म हत्या कुदाल से कर दी गयी। यह कायरपूर्ण हत्या केन्द्र के पास ही शीशम के पौधा लगाने के सिलसिले में रविवार के दिन साढ़े चार बजे कर दी गयी। इसके बाद अपराधी कुदाल लेकर फरार हो जाने में कामयाब हो गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार राजदेव यादव और उमेश राय ने सेविका माण्डवी देवी को नियत्रंण में किए और सुनील राय ने कुदाल चला दिए। सिर पर जोरदार ढंग से हमला करने से सेविका की मौत घटना स्थल पर ही हो गयी। किसी तरह उठाकर खटिया पर रखा गया। अभी तक खटिया में खून लगा हुआ है। दो जगहों पर भी खून का धब्बा देखा जा सकता है।
मखदुमपुर ग्राम पंचायत की मुखिया सुजाता देवी हैं। इनका पतिदेव का उजारण राय है। करीब 702 घर है। वोटर करीब 1206 हैं। कुल जनसंख्या करीब 2000 हजार की है। महादलित चमार जाति के 40 घर और पिछड़ी जाति यादव के 25 घर है। इसके अलावे अन्य जाति के लोग हैं। अनुसूचित जाति के चमार और पिछड़ी जाति यादव के बीच में तनाव रहा है। यादव खुलेआम चुनौती देते हैं कि महादलित चमार को आगे बढ़ने नहीं देंगे। इनके हर बढ़ते कार्य में व्यवधान यादव डालते रहे। यादवों का अत्याचार उस वक्त बढ़ गया जब मखदुमपुर पंचायत के नेऊरी गांव वालों को छोटकी नहर के कहर से बचाने के लिए बांध बनाया गया। गांव के लोग आकर बांध पर भी ठौर जमा लिए। इन महादलितों ने मेहनत करके गड्ढों में मिट्टी भरकर रहने लायक जमीन तैयार किए थे। महादलित जमीन तैयार करते थे और यादव अगंद की तरह पैर जमाकर जमीन पर कब्जा कर लेते। जो ऐसा करने में व्यवधान करते। उनके आशियाना में आग लगा देते। कुछ माह तनाव होने के बाद महादलित और यादव में सुलह हो जाता है।
इस बीच चन्द्रदेव दास की पत्नी माण्डवी देवी देवी को सेविका का कार्य करने का अवसर मिला। मगर सरकार ने केन्द्र चलाने के लिए आंगन और ही बाड़ी दी। इसका परिणाम यह निकला कि मोबाइल केन्द बन गया। आज इधर कल उधर बच्चों को लेकर सेविका माण्डवी देवी और सहायिका मुस्मात उमरावती देवी घुमती रहीं। आखिरकार सेविका ने बांध पर स्थित गैर मजरूआ भूमि पर एक झोपड़ी बना लिए। दरअसल यह झोपड़ी सेविका की है। इन्दिरा आवास योजना के तहत मकान बनाने के लिए 30 हजार रू . विरमित कर दिया गया है। इस झोपड़ी को हटाकर मकान बनाने के लिए ईंट , बालू , छड़ और गिट्टी खरीद ली गयी है। मगर यादवों के दबंगई के कारण माण्डवी देवी को मकान निर्माण करने में अड़ंगा लगा दिया गया। यह कहा गया कि इस आंगनबाड़ी केन्द्र की जमीन पर मकान नहीं बन सकता है। जबकि अन्यंत्र मंदिर के पास आंगनबाड़ी केन्द्र को बनाया जा रहा हैं।
महादलितों का कहना है कि सेविका का बड़प्पन है कि उसने झोपड़ी के बाहर बच्चों को अध्ययन करवाती थीं। हां , जब वर्षा और कड़ी धूप होती थी। तब सेविका बच्चों को झोपड़ी के अंदर पनाह दिया करती थीं। मगर गांव के लोगों का कहना था कि यह झोपड़ी ही आंगनबाड़ी केन्द्र है। जिसे राजदेव यादव ने जमीन दे रखे हैं। वास्तव में राजदेव यादव ही सेविका माण्डवी देवी की जमीन हथिया लिए हैं। इसी को लेकर बवाल बिहटा थाना और मुखिया जी के पास लम्बित है। 25 जुलाई ,2014 को राजदेव यादव और उनके पुत्रों को न्यायालय में जाना था। इसके पहले यह हादसा कर दिए।
माण्डवी देवी , मारो देवी और मुन्नी देवी बांध की ओर गए थे। इन तीनों के पीछे राजदेव यादव , सुनील यादव और उमेश यादव भी बांध पर गए। इनके हाथ में कुदाल और शीशम का पौधा था। माण्डवी देवी की जमीन पर ही जबरन शीशम का पौधा लगाने पर राजदेव यादव , सुनील यादव और उमेश यादव उतारू हो गए। इन तीनों ने तो योजना के तहत अंजाम देने आए थे। आगे बढ़कर राजदेव यादव और उमेश यादव ने माण्डवी देवी को नियत्रंण में ले लिए और सुनील यादव ने जोरदार ढंग से वार कर दिया। इस वार से मौके पर ही माण्डवी देवी की मौत हो गई। उससे उठाकर खटिया पर रखा गया। इसके बाद नौबतपुर हॉस्पिटल लिया गया। जहां माण्डवी देवी को मृत घोषित कर दिया गया। दानापुर में पोस्टमार्टम किया गया। सोमवार को तड़के तीन बांसघाट में अंतिम संस्कार कर दी गयी।
सोमवार को दानापुर अनुमंडल के अनुमंडलाधिकारी राहुल कुमार और डीएसपी   राजेश कुमार आए। दोनों ने चार पुलिसकर्मी को शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगा दिया है। इस बीच महादलितों में दहशत व्याप्त है। प्रत्यक्षदर्शियों को धमकाया जा रहा है। अगली बार प्रत्यक्षदर्शियों पर निशाना लगने की आंकाक्षा महादलित व्यक्त कर रहे हैं।
इस बीच महादलितों ने मुख्य मंत्री जीतन राम मांझी से मांग किए हैं कि अनुकम्पा के आधार पर सेविका के पुत्र को सरकारी नौकरी में बहाल कर दें। मृतका के पति चन्द्रदेव राम को 15 लाख रू . मुआवजा दें। ये मद्धबुद्धि वाले हो गए हैं। अपराधियों को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार करके फांसी की सजा दें। इनलोगों पर त्वरित कार्रवाई करके जल्द से जल्द सजा दें। सभी महादलितों को गैर मजरूआ भूमि का पर्चा दें।

Alok Kumar

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