नालंदा। पैक्स के सहयोग से प्रगति ग्रामीण विकास समिति के द्वारा नालंदा जिले के हिलसा और एकंगरसराय प्रखंड में भूमि अधिकार , स्वास्थ्य , मनरेगा , आरटीआई , घरेलू हिंसा , एससीएसटी लॉ आदि पर कार्य किया जाता है।
जिला समन्वयक चन्दशेखर ने बताया कि इन दोनों प्रखंडों में जन आधारित संगठन ( सीबीयू ) बनाए गए है। कई प्रकार के सीबीयू है। वासभूमि मोर्चा , महिला मोर्चा , स्वास्थ्य मोर्चा , ग्राम ईकाई आदि नाम से निर्मित है। ग्राम ईकाई में 20 से कम सदस्य नहीं रहते हैं। इन्हीं में समस्या आधारित मोर्चा में भी सदस्य बन जाते हैं।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण समस्याओं पर चर्चा की जाती है। समस्याओं के निराकरण करने के लिए आवेदन लिखकर अधिकारियों को पेश किया जाता है। पहले सादे कागज पर आवेदन देने से बड़ा बाबू और छोटा बाबू झल्लाकर आवेदन फेंक देते थे। संस्था के कार्यकर्ता कहने पर संस्था की मुहर और लेटर पैड पर आवेदन लिखकर देने को कहते थे।
जिला समन्वयक कहते हैं कि इस संदर्भ में बैठक में निर्णय लिया गया कि इन समस्याओं को किस तरह से निपटा जाए। अन्ततः यह निर्भय लिया गया कि सभी गांव में सीबीयू की मुहर हो। सीबीयू के अध्यक्ष , सचिव और कोषाध्यक्ष का पद को दर्शाया जाए।
प्रयोग के तौर पर दो जून की रोटी तलाशने वालों ने 2 जून को अंचलाधिकारी महोदय , हिलसा के पास आवेदन देकर कहा है कि अंचल मुख्यालय में दिए गए आवेदनों पर तत्काल कार्रवाई संबंधी जानकारी उपलब्ध कराने के संबंध में। भूमि अधिकार मोर्चा , ग्राम ईकाई , बभनबरूई , पंचायत - इन्दौत , हिलसा , नालंदा की अध्यक्ष पानपति देवी और सचिव बबीता देवी ने कहा कि हमलोगों ने 27 जून
2013 में 13 आवासीय भूमिहीनों के आवेदन दिए थे। उक्त आवेदन पर एक साल के अंदर क्या कार्रवाई की गयी है। उसकी जानकारी दी जाए। साथ ही साथ चेतावनी भी दी है। अगर तत्काल कार्रवाई नहीं की गयी तो अंहिसात्मक आंदोलन करने को बाध्य हो जाएगा।
जो मुहर बना है। उस मुहर को लेकर भूमि अधिकार मोर्चा , एकंगरसराय ने वासगीत पर्चा निर्गत करने के संबंध में , भूमि अधिकार मोर्चा , ग्राम ईकाई , महम्मदपुर ने आवासीय भूमिहीनों का आवेदन जमा कराने के संबंध में , भूमि अधिकार मोर्चा , नदहा और भूमि अधिकार मोर्चा , पार्थ ने आवासीय भूमिहीन का आवेदन जो जमा किया था। उसके संबंध में जानकारी देने के की मांग अंचलाधिकारी महोदय से किया है।
जिला समन्वयक ने कहा कि अभी सीओ साहब के पास आवेदन दिए है। अगर कार्रवाई नहीं की गयी तो अनुमंडलाधिकारी महोदय के पास आवेदन देंगे। मुहर लगे आवेदनों को सहर्ष ढंग से कार्यालय के बड़ा और छोटा बाबू स्वीकार कर लेते हैं। अव्वल सीओ साहब के पास जाकर आवेदन पर चर्चा करते हैं। उनके निर्देश पर कार्यालय में आवेदन देते हैं और आवेदन पर प्राप्ति हस्ताक्षर करवा लेते हैं।यह सब कार्य सीबीओ के पदधारी , गांव के लोग और कार्यकर्ता करते हैं। जिला समन्वयक चन्दशेखर , मंजू सिन्हा , मंजू देवी , रविन्द्र पासवान , मुकुल कुमार टीम को जय हो। आपलोगों ने नवाचार किया है। गरीबों की समस्याओं को उठाने के लिए सशक्त प्रयोग किया है।इस कार्य में सफल हो।
Alok Kumar
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