मजदूरों को तीन माह से पगार मिला नहीं
स्पैन पर से मजदूर गिरा,घायल
पटना। काफी मशक्कत करने के बाद पीलर संख्या 35 के कुआं में 9 सिमेंट का बॉल्डर चला गया था। इसे निकाल लिया गया है। अब पीलर को बनाने की कवायद की जाएगी। इसके बगल में पीलर संख्या 36 के कुआं से मिट्टी कटाई जारी है। अब देखना है कि भूस्खलन होता अथवा नहीं होता है। इसके पहले 34 और 35 में भूस्खलन हुआ है। इससे काफी बर्बादी भी हुआ।
पूर्व मध्य रेल कार्य करने के दरम्यान विस्थापित:15 लोगों को अस्थायी तौर से बसाया गया है। इन दिनों दीघा से
सोनपुर तक रेल-सह-सड़क निर्माण जोरशोर से जारी है। रेलखंड को मजबूती प्रदान करने के
लिए मिट्टी भराई जारी है। इसके जद में दीघा बिन्दटोली के लोग आ रहे थे। यहां के 15 झोपड़ी नसीब लोगों को अस्थायी तौर पर बसाया गया है। बगल में
पानी से भरा गड्ढा है। बच्चों को खतरा होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता
है।
दीघा से
सोनपुर तक गंगा नदी के ऊपर 35 स्पैनः गंगा नदी
पर रेल-सह-सड़क पुल निर्माण हो रहा है। इस पर 35 स्पैन है। दीघा से सोनपुर तक स्पैन को जोड़ दिया गया है। प्रायः रेलखंड का
कार्य समापन पर है। वहीं सड़कखंड पर ढलाई बाकी है। दीघा की ओर से 10 और सोनपुर की ओर से 9 स्पैन तक
ढलाई हो गया है। अब 17 स्पैन पर ढलाई होना शेष है। जो जल्द
से जल्द पूरा कर देने का संकल्प लिया गया है।
मकर
संक्रांति की पूर्व संध्या पर मजदूरों को पगार मिलने की संभावनाः पूर्व मध्य रेल
में कार्यरत मजदूरों को तीन माह से पगार नहीं मिला है। मकर संक्रांति की पूर्व
संध्या पर पगार मिलने की संभावना है। तीन माह से 500 रू. खुराकी देकर कार्य निपटारा किया जा रहा है। मालूम हो कि मजदूरों को
खुराकी दे रहे हैं। मगर मजदूरों के परिवारों को भूख मरने के लिए छोड़ दिया गया है।
मजदूरों के घर पर रहने वाले मुश्किल से जीवन काट रहे हैं।
स्पैन पर
से मजदूर गिराः स्पैन पर से मजदूर गिरकर घायल हो गया है। पांच दिन के पहले कार्य
करने के दौरान गिर गया। उसे उठाकर अस्पताल लिया गया। पैर टूट गयी है। यहां पर
कार्य के दौरान गंगा नदी में गिरकर मर जाने वाले वंदे का शव नहीं मिला है। ऐसा
प्रतीक हो रहा है। अब वंदे का शव मिलेगा ही नहीं। काफी खोजबीन की गयी थी। स्थानीय
पुलिस का भी सहयोग लिया गया था। सभी लोग मुस्तैदी से खोज किए।
भूस्खल के
कारण कार्य में विलम्बः पीलर 34 और 35 में भूस्खल हुआ। अब 36 की बारी है। भूस्खल होने के कारण कार्य में गतिरोध उत्पन्न हो रहा है।
हालांकि युद्धस्तर पर पीलर 34 के कार्य में आए
गतिरोध खत्म करके स्पैन चढ़ा दिया गया है। इसी तरह गत दिनों कुआं में सिमेंट बॉल्डर
गिर जाने से काफी मशक्कत करने कुआं से सिमेंट का बॉल्डर निकाल लिया गया है। कुछ
दिनों के बाद पीलर 35 में आए गतिरोध दूर करने का प्रयास
शुरू कर दिया जाएगा। इसके बगल में पीलर
संख्या 36 के कुआं से मिट्टी कटाई जारी है। अब देखना है कि भूस्खलन होता अथवा नहीं होता है।
आलोक कुमार
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